5 दिनों की बैठक के बाद विधानसभा अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित, इस दौरान विपक्ष ने हंगामा भी किया तो...
पटना: बिहार में नई सरकार के गठन के बाद विधानसभा के पहले सत्र का आज समापन हो गया। 5 दिनों के सत्र के दौरान विधायकों को शपथ दिलाई गई, विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव किया गया, एवं सरकार ने अनुपूरक बजट भी पेश किया। इस दौरान विधानसभा की पांच बैठकों के बाद शुक्रवार को कार्यवाही अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर दिया गया।
विधानसभा सत्र के अंतिम दिन अध्यक्ष डॉ प्रेम कुमार ने सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया। इस बीच नेता प्रतिपक्ष के सदन से गायब रहने का मुद्दा छाया रहा। विधानसभा सत्र के दौरान दो विधायक अनंत सिंह और अमरेंद्र नारायण को छोड़ कर सभी विधायकों को शपथ दिलाई गई। विधानसभा सत्र के दौरान उर्जा मंत्री विजेंद्र यादव के एक बयान पर विपक्ष ने जम कर हंगामा किया। मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार के राज में कोई घोटाला नहीं हुआ और सरकार जनहित के कार्यों के लिए पैसे की व्यवस्था कर लेगी। इस बयान पर विपक्ष ने जम कर बवाल काटा।
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इसके साथ ही सत्र में अनुपूरक बजट पेश किये जाने पर भी विपक्ष ने सवाल खड़ा किया और कहा कि आखिर सरकार ने वर्ष के शुरुआत में ही आय-व्यय का पूरा आकलन क्यों नहीं कर पाई कि अनुपूरक बजट पेश करना पड़ रहा है। राजद विधायक सौरभ कुमार ने सवाल किया कि क्या राज्य में संकट तीन गुना बढ़ गया है कि सरकार को 92 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट लाना पड़ा।
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