darsh news

फर्जी दरोगा और IPS के बाद फर्जी IAS भी बिहार में पकड़ाया, जानें डिटेल..

After fake inspector and IPS, fake IAS caught in Bihar, know

Darbhanga :- फर्जी आईपीएस और दरोगा के बाद अब बिहार में फर्जी आईएएस(IAS )अधिकारी भी पकड़ा गया है. दरभंगा पुलिस ने खुद को 2021 बैच का आईएएस अधिकारी बताने वाले फर्जी को एक रिसॉर्ट से तीन सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया है वहीं उसकी तीन अन्य सहयोगी भागने में सफल रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार  दरभंगा के सोनकी थाना क्षेत्र में भाजपा नेता मृदुल शुक्ला का दलान रिसॉर्ट है. इसे रिसोर्ट में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, इस आयोजन में कई लोग शराब के नशे में झूम रहे थे.इनमें से एक अभिनय कुमार खुद को समस्तीपुर में पदस्थापित भारतीय प्रशासनिक सेवा के  2021 बैच का एडीएम बता रहा था।वह दलान रिसॉर्ट जाने से पहले कोतवाली थाना और सोनकी थाना से स्कॉर्ट पार्टी भेजने को लेकर फोन भी किया था लेकिन उसे स्कॉर्ट पार्टी नहीं मिल पाया था।वह वीआईपी ट्रीटमेंट के लिए लगातार फोन पर स्टाफ से बात कर रहा था। वहीं सीसीटीवी में वह और उसका साथी  बार-बार अलग-अलग एंगल से वीडियो बनाते दिख रहा है।
 रिसोर्ट के कर्मचारी शुरू में तो उसके बहकावे में आ गए है लेकिन बाद में उन्हें शक हुआ तो स्थानीय सोनकी थाना की पुलिस को सूचना दी . मौके पर पहुंची पुलिस ने जब सवाल जवाब करना शुरू किया तो वह संतोष जनक जवाब नहीं दे पाया और उसके तीन साथियों वहां से फरार हो गए, फिर पुलिस ने सारा माजरा समझ लिया और खुद को आईएएस अधिकारी एवं समस्तीपुर का एडीएम बताने वाले अभिनय कुमार और उसके तीन सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया

  इस संबंध में सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि सोनकी थाना क्षेत्र के दलान रिसॉर्ट में एक व्यक्ति कुछ साथियों के साथ शराब के नशे में प्रवेश कर खुद को समस्तीपुर का एडीएम और 2021 बैच का IAS बताता है। उन व्यक्तियों के हाव-भाव से वहां मौजूद लोगों एवं कर्मियों को शंका हुई,होती है और पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस नियमों के पर पहुंचकर पूछताछ की, वह दरभंगा जिले के कई अधिकारियों का नाम ले रहा था और खुद को समस्तीपुर में पदस्थापित एडीएम बताते हुए धौस  जमाने की कोशिश कर रहा था, फर्जीवाड़ा के सामने आते ही अभिनय समेत 4 को गिरफ्तार किया गया है.
 वही इस संबंध में रिसोर्ट के मालिक और भाजपा नेता मृदुल शुक्ला ने कहा कि शायद उनके खिलाफ कोई राजनीतिक साजिश हो रही थी, क्योंकि फर्जी एडीएम के एक सहयोगी के पास पिस्तौल भी था. फर्जी एटीएम ने अगले विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर उसके साथ बातचीत की थी. पुलिस को पूरे मामले की छानबीन कर खुलासा करना चाहिए.

Scan and join

darsh news whats app qr