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CM नीतीश की महिला रोजगार की योजनाएं दे रही है सफलता की गवाही, महिलाओं ने कहा 'बना जीविका का आधार..'

CM Nitish's women employment schemes are proving successful.

योजना ने आत्मनिर्भरता और आर्थिक सुरक्षा का नया दौर शुरू किया

पटना: किशनगंज जिले की रजनी देवी और पोडिया देवी अपने गांव में बदलाव की मिसाल बन चुकी हैं। सिलाई-कढ़ाई और बकरी पालन जैसे पारंपरिक व्यवसायों से शुरू करके ये महिलाएं अब नए उद्यम की राह पर कदम बढ़ा रही हैं। हालांकि उनके सपनों की उड़ान अभी थमी नहीं है। महिला रोजगार योजना से वे अत्यंत उत्साहित हैं। योजना से मिली राशि से वे अपने व्यवसाय का और अधिक विस्तार करना चाहती हैं।  उनकी कहानी सिर्फ उनकी मेहनत की नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महिला रोजगार योजना की सफलता की भी गवाही देती है।

अन्य महिलाओं को भी देंगी रोजगार 

"पहले मैं केवल घर के काम तक ही सीमित थी," कहती हैं किशनगंज की निवासी रजनी देवी। "लेकिन अब मैं अपने सिलाई-कढ़ाई के काम को बाजार तक ले जा रही हूँ। यह राशि मेरे लिए अवसर की तरह है। मैं इस राशि से सिलाई-कढ़ाई करने के लिए दूकान खोलूंगी, और आस-पास की महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण भी दूंगी।“ वहीं किशनगंज की रहने वाली पोडिया देवी अपने उज्जवल भविष्य को लेकर बहुत उत्साहित हैं। चेहरे पर मुस्कान और आत्मविश्वास से भरी पोडिया देवी कहती हैं, "बकरी पालन में निवेश करना हमेशा से मेरा सपना था। लेकिन पैसे की तंगी के कारण मैं बकरियां नहीं खरीद पा रही थी। मगर इस योजना ने मेरे सपनों को पूरा कर दिया है। अब योजना के तहत मिली राशि से मैं इसे शुरू कर सकती हूँ और अपने व्यवसाय को बढ़ा सकती हूं। हम जैसी कमजोर तबके की महिलाओं के लिए ऐसी योजना लाने के लिए मैं नीतीश जी का धन्यवाद देती हूं। मेरे परिवार वाले भी अब बेहद खुश हैं।“

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आरा के पीरो प्रखंड की रहने वाली मंजू गुप्ता की कहानी भी कुछ ऐसी है। उनसे बातचीत करने पर पता चला कि वे बचपन से ही ब्यूटी पार्लर खोलना चाहती थी। मगर घर की आर्थिक तंगी के कारण अपने सपने का किसी से जिक्र भी नहीं किया। अब वे खुल कर सबको बताती हैं। मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहती हैं कि योजना कि राशि मिलने से हमारे हौसले दोगुनी तेजी से बुलंद हो गये हैं। 10 हजार की सहायता राशि से वे अपने पार्लर को रिनोवेट कर गांव की महिला को सौंदर्यीकरण में चार चांद लगाएगी। पोडिया देवी, मंजू गुप्ता और रजनी देवी जैसी लाखों महिलाओं से बातचीत करने के बाद यह तो स्पष्ट है कि महिला रोजगार योजना ने महिलाओं को न केवल आर्थिक सुरक्षा दी है, बल्कि आत्मविश्वास और सम्मान भी लौटाया है। उन्हें समाज में बेहतर जीवन जीने का अवसर भी दिया है। 

योजना की तीसरी किस्त जारी 

बता दें कि आज के ही दिन मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के अंतर्गत 21 लाख महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये भेज द‍िए गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ₹2100 करोड़ ट्रांसफर क‍िए हैं। इस योजना के तहत अब तक 3 क‍िस्‍तों का पैसा ट्रांसफर किया जा चुका है। पहली किस्त 26 सितंबर को जारी की गई थी। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 75 लाख महिलाओं के खाते में पैसा भेजा था। दूसरी किस्त 3 अक्टूबर को भेजी गई थी। इस दौरान सीएम नीतीश ने 25 लाख महिलाओं को 10-10 हजार रुपये की सौगात दी थी। आज तीसरी किस्त के रूप में 21 लाख महिलाओं को पैसा मिला है। इस तरह आज कुल 1.21 करोड़ महिलाओं को रोजगार शुरू करने के लिए पैसा मिल गया है।

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