अदानी को पहाड़ सौंपने का आरोप, बुद्ध स्मृति पार्क में भाकपा माले का हंगामा
पटना: पटना के बुद्ध स्मृति पार्क में रविवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) भाकपा माले ने अरावली पर्वत को बचाने की मांग को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने “अरावली बचाओ, हिमालय बचाओ” जैसे नारों के साथ केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध किया। भाकपा माले नेताओं का आरोप है कि केंद्र सरकार ने उद्योगपतियों के हित में पर्यावरण के साथ समझौता किया है। पार्टी की केंद्रीय कमेटी सदस्य मीना तिवारी ने कहा कि अरावली पर्वत श्रृंखला को तोड़ने की अनुमति देकर सरकार ने इसे निजी कंपनियों, विशेषकर अदानी समूह, के हवाले कर दिया है। उन्होंने कहा कि अरावली पर्वत चार राज्यों को रेगिस्तान बनने से बचाने में प्राकृतिक ढाल का काम करता है। यदि इस पर्वत श्रृंखला को नष्ट किया गया तो इसका सीधा असर पर्यावरण संतुलन पर पड़ेगा और आने वाले समय में बड़े पैमाने पर प्राकृतिक आपदाएं उत्पन्न हो सकती हैं।
पूरी जानकारी के लिए यह भी पढ़ें: अरावली विवाद: नए फैसले पर विकास बनाम पर्यावरण की टकराहट
मीना तिवारी ने यह भी कहा कि अरावली केवल एक पर्वत श्रृंखला नहीं है, बल्कि यह भूजल संरक्षण, हरियाली और जलवायु संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके टूटने से जल संकट, तापमान में वृद्धि और मरुस्थलीकरण जैसी गंभीर समस्याएं बढ़ेंगी। उन्होंने केंद्र सरकार से इस फैसले को तुरंत वापस लेने और अरावली को तोड़ने के लिए दिए गए सभी ठेकों को रद्द करने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान भाकपा माले नेताओं ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर आम जनता को जागरूक करने का आह्वान किया और कहा कि प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए जनआंदोलन जरूरी है। पार्टी ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपने फैसले पर पुनर्विचार नहीं किया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
यह भी पढ़ें: ठंड बढ़ी तो बदला स्कूल टाइम! DM का अहम निर्देश