RJD से अलग होगी कांग्रेस, शकील अहमद खान के बयान पर शुरू हुई राजनीति, BJP ने भी ली चुटकी...
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में जीत के दावों के बीच मिली करारी हार के बाद महागठबंधन में अब आतंरिक कलह खुल कर सामने आने लगा है। हार के बाद पहले सभी दलों ने अपनी आतंरिक समीक्षा की और हार के परिणाम पर मंथन भी किया लेकिन अब एक दूसरे सहयोगी दलों पर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। एक तरफ कांग्रेस ने राजद पर हार का ठीकरा फोड़ा है तो दूसरी तरफ राजद ने कांग्रेस पर।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि हम हर हाल में मौजूदा NDA सरकार को उखाड़ फेंकना चाहते थे लेकिन राजद की वजह से हम ऐसा नहीं कर सके। राजद के साथ रहने की वजह से कांग्रेस का अपना जनाधार भी साथ नहीं रह और हमें फायदा होने के बजाय हानि ही हुई। उन्होंने दावा किया कि बिहार चुनाव में अगर कांग्रेस अकेले चुनाव लडती तो बेहतर परिणाम हो सकते थे। उन्होंने अपनी और गठबंधन की हार के लिए राजद को जिम्मेवार बताया और महागठबंधन के होने न होने से कोई फर्क नहीं पड़ने की भी बात कही।
अलग हो जाना बेहतर है
कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने कहा कि अब वह समय आ गया है जब ना जात पर, ना पात पर, मोहर लगेगी हाथ पर की कहावत को चरितार्थ करना होगा। अब कांग्रेस को अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी करनी चाहिए। उन्होंने साफ किया कि यह उनकी व्यक्तिगत राय नहीं है, बल्कि पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं ने नेतृत्व के सामने यह बात रखी है। उन्होंने यह भी कहा कि आरजेडी खुद यह कह रही है कि कांग्रेस के साथ रहने से उन्हें कोई फायदा नहीं हो रहा है, इसलिए अब अलग हो जाना ही दोनों के लिए बेहतर है।
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कांग्रेस हमारे दम पर जीतती है चुनाव
शकील अहमद खान के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में महागठबंधन के भविष्य को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। राजद ने भी कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि कांग्रेस का अपना वजूद क्या है? कांग्रेस हमारे दम पर ही अब तक चुनाव जीतती रही है। उन्होंने कहा कि पिछली बार की तुलना में इस बार कांग्रेस की हालत और ज्यादा खराब हुई है। यहां तक कि पिछली बार भी कांग्रेस की वजह से ही हम सरकार बनाने से चूक गए थे। इसके लिए सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस चाहती है तो वह अपना अलग रास्ता अपना सकती है।
BJP ने ली चुटकी
राजद और कांग्रेस की इस आपसी लड़ाई पर भारतीय जनता पार्टी चुटकी ले रही है। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और बिहार सरकार के मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि राजद और कांग्रेस का रिश्ता शुरू से ही बेमेल रहा है। चुनाव के दौरान जब मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर चर्चा हो रही थी, तब तेजस्वी यादव को एक हफ्ते तक कमरे में बंद रहना पड़ा था। कांग्रेस लगातार इस बात पर जोर दे रही थी कि आरजेडी को जो असली वोट मिल रहे हैं, वह सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस की वजह से हैं। वहीं दूसरी ओर, आरजेडी की सोच कांग्रेस से बिल्कुल अलग रही है। आरजेडी का साफ कहना है कि अल्पसंख्यक वोट बैंक उनके साथ है। यही वजह है कि राजद और कांग्रेस एक ही फ्रेम में लंबे समय तक नहीं रह सकतीं। इसी टकराव का नतीजा बिहार विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिला।
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