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हनुमान चालीसा पाठ पर असहमति, मांझी बोले– आपसी भाईचारा सबसे जरूरी

Disagreement over Hanuman Chalisa recitation, Manjhi said –

जहानाबाद:  केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के संरक्षक जीतन राम मांझी गुरुवार को जहानाबाद पहुंचे। वह जिले के शकूराबाद में आयोजित एक श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने आए थे। इसी दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में देश और राज्य से जुड़े कई राजनीतिक व सामाजिक मुद्दों पर अपनी बात रखी। चुनाव आयोग को लेकर पूछे गए सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा कि भारत का चुनाव आयोग पूरी तरह निष्पक्ष है। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना आसान काम नहीं है, लेकिन चुनाव आयोग इस जिम्मेदारी को अच्छे ढंग से निभा रहा है, जो सराहनीय है।

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क्रिसमस के मौके पर कुछ हिंदू संगठनों द्वारा गिरजाघरों के बाहर हनुमान चालीसा पाठ किए जाने के सवाल पर मांझी ने असहमति जताई। उन्होंने कहा कि भारत सभी धर्मों का देश है और यहां हर धर्म का सम्मान जरूरी है। इस तरह की गतिविधियां समाज में आपसी भाईचारे और सौहार्द को नुकसान पहुंचा सकती हैं। बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे कथित अत्याचार के मुद्दे पर उन्होंने चिंता जताई। मांझी ने कहा कि भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस विषय को गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है। राज्यसभा सीट को लेकर दिए गए अपने पुराने बयान पर सफाई देते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को राज्यसभा भेजने की सलाह देना बिल्कुल सही है। इस मुद्दे पर उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को राजनीति से भरपूर लाभ मिला है, जहां पति, पत्नी और पुत्र—तीनों को राजनीतिक अवसर मिले हैं।

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