सांसद जया बच्चन की संसद में अपील, फिल्म इंडस्ट्री पर दया दिखाने को लेकर कही ये बात

एक्ट्रेस और सांसद जया बच्चन एक बार फिर से फिल्म इंडस्ट्री के मुद्दे को लेकर संसद में मुखर कर बोलती हुई नजर आईं. कई बार संसद में उनके द्वारा भाषण दिया गया, जो कि चर्चे में छा जाता है. तो ऐसे में एक बार फिर से जया बच्चन का भाषण सुर्खियों में छा गया है. दरअसल, 11 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से उन्होंने इंडस्ट्री पर थोड़ी दया दिखाने और उसे जिंदा रखने में मदद के लिए एक प्रपोजल लाने की गुजारिश की है. हालांकि, उन्होंने राज्यसभा में केंद्रीय बजट 2025-26 पर भी चर्चा करते हुए अपनी बात खुलकर रखी है. इस दौरान जया बच्चन ने सरकार पर संसद में फिल्ंम इंडस्ट्री को 'खत्म करने' की कोशिश करने का आरोप लगाया है और कहा है कि दिहाड़ी मजदूरों का अस्तित्व मुश्किल हो गया है.साथ ही जया बच्चन का यह भी कहना था कि, सिंगल स्क्रीन थिएटर्स बंद हो रहे हैं क्योंकि लोग मूवी हॉल नहीं जा रहे हैं. सबकुछ इतना महंगा हो गया है. उन्होंने कहा कि, 'एक इंडस्ट्री को आपने पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है और दूसरी सरकारें भी यही कर रही थीं.' जया बच्चन ने आगे कहा, 'लेकिन आज आप इसे अलग लेवल पर ले गए हैं. आपने फिल्म और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है क्योंकि आज उनका इस्तेमाल केवल अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए करते हैं. आज GST को छोड़ दें तो सभी सिंगल स्क्रीन बंद हो रहे हैं. लोग थिएटर्स नहीं जा रहे हैं क्योकि सबकुछ महंगा हो गया है.
आगे यह भी कहा कि, शायद आप इस इंडस्ट्री को पूरी तरह से खत्म करना चाहते हैं. ये इकलौती इंडस्ट्री है जो पूरी दुनिया को भारत से जोड़ती है.' उन्होंने देश के ऑडियो-विजुअल इंडस्ट्री के लिए कुछ 'रहम' दिखाने की अपील की है और आरोप लगाया है कि सिनेमा को निशाना बनाया जा रहा है. कहा कि, 'मैं अपनी फिल्म इंडस्ट्री की तरफ से बोल रही हूं और ऑडिया-विजुअल इंडस्ट्री की ओर से इस सदन से गुजारिश कर रही हूं कि प्लीज उन्हें बख्श दें. प्लीज थोड़ा रहम करें. आप इसे खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसा न करें. मैं वित्त मंत्री से अनुरोध करती हूं कि वे इस पर विचार करें और इस उद्योग को जीवित रखने में मदद करने के लिए कुछ करें.'