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भारत में शुरू हो रहा खेलों का नया युग, बड़े जेवलिन थ्रो कम्पटीशन का ऐलान

New era of sports starting in India, big javelin throw compe

देश में जल्द ही एक नया युग खेलों का शुरू होने जा रहा है. खबर है कि, भारत बहुत बड़े जेवलिन थ्रो इवेंट की मेजबानी करने जा रहा है. जानकारी के अनुसार, भारत ने 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी का लक्ष्य बनाया हुआ है. ऐसे में देश में बड़े जेवलिन थ्रो कम्पटीशन का ऐलान जरूर ही एथलीटों को रोमांच की अनुभूति करवा रहा होगा. न्यूज एजेंसी पीटीआई की माने तो, एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया इसी साल आगे चलकर भारत में बड़े स्टार एथलीटों से सुसज्जित एक जेवलिन थ्रो कम्पटीशन करवाएगा.

वहीं, इस इवेंट को लेकर खबर यह भी है कि, इसमें नीरज चोपड़ा भी भाग लेते नजर आएंगे. खबर की माने तो, पेरिस ओलंपिक्स 2024 की जेवलिन थ्रो स्पर्धा में में सिल्वर मेडल जीतने के बाद नीरज चोपड़ा ने इच्छा जताई थी कि, वो भारत में अंतर्राष्ट्रीय एथलीटों के साथ कम्पटीशन करना चाहते हैं. नीरज चोपड़ा ने कहा कि, "यह मेरा सपना है कि मैं भारत में इंटरनेशनल खिलाड़ियों के साथ कम्पटीशन करूं. उम्मीद है कि जल्द ही भारत किसी इंटरनेशनल इवेंट की मेजबानी करे और मैं उसका हिस्सा बन सकूं." ऐसे में नीरज चोपड़ा का यह सपना भारत में अलग से जेवलिन थ्रो कम्पटीशन में पूरा हो सकता है.

बता दें कि, नीरज चोपड़ा ने 2020 टोक्यो ओलंपिक्स में 87.58 मीटर की दूरी तय कर जेवलिन थ्रो का गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. इधर, जब पेरिस ओलंपिक्स की बाती आई तो नीरज ने पहले से कहीं ज्यादा दूरी तय की, लेकिन इस बार उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. इस बार उन्हें हराने वाले कोई और नहीं बल्कि पाकिस्तान के अरशद नदीम थे. पेरिस ओलंपिक्स के जेवलिन थ्रो फाइनल में नीरज चोपड़ा ने 89.45 मीटर दूर भाला फेंका था. यदि वो अरशद नदीम के 92.97 मीटर के आंकड़े को पार नहीं कर पाए. इस कारण उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा था. लेकिन, उन्होंने इतिहास जरूर रच दिया था और उससे भी अहम बात ये है कि नीरज की दो ओलंपिक खेलों में इस सफलता से भारत के युवाओं में एथलेटिक्स में आने की लहर छा गई है.

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