हथियारों के साथ पहुंचे कुख्यात नक्सली, बिहार पुलिस के सामने किया आत्मसमर्पण
पटना : बिहार पुलिस को नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। भाकपा माओवादी संगठन के तीन कुख्यात नक्सलियों ने पुलिस महानिदेशक, बिहार के समक्ष सशस्त्र आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वालों में तीन-तीन लाख रुपये के इनामी जोनल कमांडर नारायण कोड़ा, सब-जोनल कमांडर बहादुर कोड़ा तथा एक अन्य नक्सली बिनोद कोड़ा उर्फ बिनो कोड़ा शामिल हैं। दिनांक 28 दिसंबर 2025 को हुए इस आत्मसमर्पण को राज्य में नक्सल गतिविधियों पर निर्णायक प्रहार के रूप में देखा जा रहा है। आत्मसमर्पण के दौरान नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए। इनमें दो इंसास राइफल, चार एसएलआर राइफल, कुल 503 जिंदा कारतूस, इंसास व एसएलआर मैगजीन, 10 वॉकी-टॉकी और चार्जर शामिल हैं।
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पुलिस के अनुसार, नक्सली नारायण कोड़ा कई जघन्य वारदातों में शामिल रहा है। वर्ष 2018 से 2021 के बीच उसने जमुई, मुंगेर और लखीसराय जिलों में हत्या, अपहरण, फिरौती और पुलिस मुठभेड़ जैसी कई गंभीर घटनाओं को अंजाम दिया। इनमें एसएसबी जवान की हत्या, पंचायत प्रतिनिधियों की हत्या, पुजारी नीरज झा का अपहरण व हत्या तथा रेलवे स्टेशन और रेल सुरंग उड़ाने की धमकी जैसी घटनाएं शामिल हैं। वहीं सब-जोनल कमांडर बहादुर कोड़ा भी कई संगीन मामलों में वांछित था। उस पर जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों की हत्या, अपहरण और फिरौती की कई घटनाओं में संलिप्तता के आरोप हैं। बिनोद कोड़ा उर्फ बिनो कोड़ा दस्ते का सक्रिय सदस्य रहा है। बिहार पुलिस ने इसे नक्सल उन्मूलन नीति और आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास योजना की बड़ी सफलता बताया है। अधिकारियों का कहना है कि इससे नक्सली नेटवर्क को गहरा झटका लगेगा और प्रभावित इलाकों में शांति एवं विकास की राह मजबूत होगी।
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