सदर अस्पताल में चप्पल से इलाज, वीडियो वायरल होने पर जांच का आदेश लेकिन कब तक हलकान होंगे मरीज...
सहरसा: बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बनने के बाद हर क्षेत्र में खास कर शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास का दावा किया जाता है लेकिन एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो न सिर्फ स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है बल्कि मानवता पर भी प्रश्नचिह्न लगाती है। दरअसल बिजली करंट लगने से जख्मी एक युवक को जब सरकारी अस्पताल में सही इलाज नहीं मिली तो परिजनों ने उसकी जान बचाने के लिए चप्पल से मालिश शुरू कर दी। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है वहीँ स्वास्थ्य विभाग को भी कठघरे में खड़ा कर रहा है वहीँ अधिकारी अब तक जांच कर कार्रवाई का दावा कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें - शिक्षा मंत्री ने BPSC TRE-4 परीक्षा को लेकर दिया बड़ा अपडेट, तैयार रहें अभ्यर्थी जल्द आ रहा और भी वैकेंसी..
मामला सहरसा सदर अस्पताल का है जहां बिजली करंट के एक पीड़ित मंजीत को सही से इलाज नहीं मिला। इस दौरान परिजन हलकान होते रहे और तभी किसी ने चप्पल से मालिश करने की सलाह दी। मरता क्या न करता वाली स्थिति देखते हुए जख्मी की जान बचाने के लिए परिजनों ने आनन फानन में उसकी चप्पल से मालिश शुरू कर दी। मामले को लेकर जख्मी के परिजनों ने बताया कि बिजली करंट लगने की वजह से झुलसे एक व्यक्ति को इलाज के लिए सहरसा सदर अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने एक इंजेक्शन लगा कर छोड़ दिया। मरीज को देखने दुबारा न तो कोई डॉक्टर आये और न ही कोई नर्स।
बताया जा रहा है कि घटना के दौरान अस्पताल प्रबन्धन या कर्मी की तरफ से सही और उचित इलाज के लिए कोई कार्रवाई नही की गई। हालांकि मामले को लेकर सिविल सर्जन रतन झा ने कहा कि वीडियो मीडिया के माध्यम से देखा है, इसकी जांच के लिए एक कमिटी गठित की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सिविल सर्जन के कार्रवाई के आश्वासन पर भी आम लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दे कर बस मामले को ठंडा करने की कोशिश करार दिया।
यह भी पढ़ें - किसकी अनुमति से राबड़ी परिवार की अनुपस्थिति में खाली किया गया आवास? JDU MLC ने भवन निर्माण विभाग को....