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नेपाल में हिंसक झड़प में दो की मौत, काठमांडू में सेना ने संभाला मोर्चा, पूर्व राजा को मिली चेतावनी..

Two killed in violent clashes in Nepal, army takes charge in

Desk:- नेपाल में हो रही हिंसा के बीच स्थिति बिगड़ती जा रही है. इस हिंसा में एक मीडिया कर्मी समेत  दो लोगों की मौत हो गई है, और एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं, इसके बाद सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सेना को सड़कों पर उतार दी है, काठमांडू के कई इलाकों में कर्फ्यू लागू कर दी गई है. वही देश के दो पूर्व प्रधानमंत्री ने नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र शाह को चेतावनी दी है.
बताते चले कि नेपाल में पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह के समर्थक फिर से राजशाही और हिंदू देश घोषित करने की मांग को लेकर हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने काफी संपत्ति को नुकसान पर छाया है वहीं सुरक्षा बलों के साथ उनकी झड़प भी हुई है.शुक्रवार की सुबह करीब 11:30 बजे काठमांडू के तिनकुने इलाके में राजशाही समर्थको की रैली शुरू हुई. ये रैली संसद भवन की तरफ बढ़ने की कोशिश कर रही थी, जहां निषेधाज्ञा लागू थी. सुरक्षा बलों द्वारा रोके जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने कई घरों, इमारतों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया. इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें, आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियां चलाईं. यहीं एक इमारत में विरोध प्रदर्शन को कवर कर रहे टेलीविज़न चैनल के पत्रकार सुरेश रजक की भी मौत हो गई. एक अन्य की भी मौत हुई है. वहीं इस हिंसक झड़प में कम से कम 15 लोग घायल हुए हैं.

वहीं देश के गृह मंत्रालय ने काठमांडू में हुई तोड़फोड़, आगजनी, लूटपाट और हिंसक झड़प के लिए पूर्व राजा और कमांडर दुर्गा प्रसाद को जिम्मेदार बताया है. काठमांडू में राजतंत्र समर्थक आंदोलन सीधे-सीधे पूर्व राजा के निर्देश पर ही हो रहा है.इस हिंसा को लेकर देश के पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल और माधव कुमार नेपाल ने पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र शाह को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि गद्दी पर दोबारा काबिज होने की महत्वाकांक्षा उनके लिए महंगी साबित हो सकती है.


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