darsh news

25 लाख रूपये की साइबर ठगी का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सके रिटायर्ड प्रोफेसर, थाना में पहुंचते ही आ गया...

Unable to bear the shock of being cyber-scammed to the tune

मुजफ्फरपुर: बिहार समेत पूरे देश में इन दिनों साइबर ठगी के मामले बहुत अधिक आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मुजफ्फरपुर में हुआ जिसका सदमा एक सेवानिवृत प्रोफेसर सह नहीं पाए और प्राथमिकी लिखने के दौरान हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सेवानिवृत्त प्रोफेसर शहर की मशहूर महिला चिकित्सक डॉ मंजू जायसवाल के भाई थे। बताया जा रहा है कि बीते 23 अक्टूबर को उनके खाते से 5 बार में कुल 25 लाख रूपये की निकासी साइबर ठगों ने कर ली थी। ठगी के बाद उन्होंने ऑनलाइन साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी फिर अगले स्थानीय थाना पहुंचे।

थाना में प्राथमिकी के लिए आवेदन लिखते वक्त ही अचानक उन्हें हार्ट अटैक आ गया जिसके बाद उन्हें आनन फानन में अस्पताल पहुँचाया गया जहाँ उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सेवानिवृत्त प्रोफेसर 25 लाख रूपये की ठगी का सदमा सह नहीं पाए और इसी वजह से उन्हें हार्ट अटैक आ गया और उनकी मौत हो गई।

यह भी पढ़ें   -    गृह मंत्री की रैली के दौरान सुरक्षा में भारी चूक, पेट्रोल लेकर पहुंचे दिव्यांग ने...

क्या लिखा आवेदन में

मृतक प्रोफेसर के आधा आवेदन में लिखा है कि सूचित करना है कि मेरे खाता से 25 लाख रूपये की धोखाधड़ी हो गई। सर्वप्रथम 22 अक्टूबर को मेरे व्हाट्सएप पर अंजान नंबर से एक एपीके फाइल जिसके माध्यम से हमने अपना पंजाब नेशनल बैंक का सारा डिटेल्स डाला था। इतना लिखते ही प्रोफेसर को हार्ट अटैक आ गया और फिर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। 

मामले में मृतक की बहन डॉ मंजू जायसवाल ने कहा कि उनके पंजाब नेशनल बैंक के खाते में रिटायरमेंट का रुपया था। किसी साइबर ठग ने उनके साथ ठगी कर सरे पैसे खाते से निकाल लिए। शायद वे इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस करना जानते थे इसलिए वह किसी पिशिंग वेबसाइट के झांसे में फंस गए और अपनी सारी जानकारी भर दी जिसके बाद उनके साथ यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि मामले में पूरा ब्यौरा साइबर थाना की पुलिस को दी गई है और पुलिस अब मामले की छानबीन में जुट गई है।

यह भी पढ़ें   -    काफी देर तक नहीं पहुंचे तो महिलाओं का टूट गया सब्र, सर पर उठाया कुर्सी और...


Scan and join

darsh news whats app qr