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CM के गृह जिला में दिखी बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, मरीज स्ट्रेचर और स्लाइन का बोतल...

एक तरफ बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था में एतिहासिक विकास का दावा तो दूसरी तरफ जमीनी हकीकत कुछ और. सीएम नीतीश के गृह जिला से आई तस्वीर चौंकाने के लिए काफी. अस्पताल उपाध्यक्ष ने कहा....

Bad health system seen in CM's home district
CM के गृह जिला में दिखी बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, मरीज स्ट्रेचर और स्लाइन का बोतल...- फोटो : Darsh News

नालंदा: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार शिक्षा स्वास्थ्य समेत हर तरह की बुनियादी सुविधाओं का कायाकल्प करने का दावा करती है लेकिन इस बीच मुख्यमंत्री के गृह जिले से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो इन दावों का पोल खोल कर रख देती है। यह तस्वीर न सिर्फ सरकारी दावों को खोखला साबित करती है बल्कि स्वास्थ्य विभाग की बदहाली भी सामने ला रही है। यह तस्वीर सामने आई है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के पावापुरी मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल से जहां डॉक्टरों ने मरीज का इलाज तो कर दिया लेकिन बगैर जरूरी सुविधाओं के। पावापुरी मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल से एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक मरीज स्ट्रेचर पर लेटा हुआ है और उसके हाथ में सलाईन लगा हुआ है जबकि उसके पास खड़ी एक महिला बोतल हाथ में लेकर लगातार खड़ी है।

 बताया जा रहा है कि वीडियो बीते 4 सितंबर का है जब एक सड़क दुर्घटना में घायल एक व्यक्ति को इलाज के लिए पावापुरी मेडिकल कॉलेज लाया गया। मामले में वीडियो बनाने वाले व्यक्ति ने जब महिला से सवाल किया तो उसने बताया कि डॉक्टर ने इलाज के नाम पर सलाइन लगा दिया और कहा कि अभी स्टैंड खाली नहीं है इसलिए बोतल हाथ में ही पकड़ना होगा। उसने बताया कि डॉक्टर से स्टैंड मांगने पर भी नहीं दिया गया और कहा गया कि स्टैंड उपलब्ध नहीं है।

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नालंदा के रहुई थाना क्षेत्र के मोहिउद्दीनपुर गांव निवासी महिला ने बताया कि मरीज अनिल रविदास बाइक से कहीं जा रहा था। इसी दौरान नशे में धुत एक युवक ने अपनी बाइक से उन्हें टक्कर मार दी जिसमें वह जख्मी हो गए। घटना के बाद आसपास के लोगों ने उन्हें बिहारशरीफ मॉडल अस्पताल पहंचाया जहां से प्राथमिक इलाज के लिए बाद उन्हें विम्स पावापुरी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। यहां पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने एक स्ट्रेचर पर ही उनका इलाज कर दिया और हाथ में स्लाइन लगा कर बिना स्टैंड के ही बोतल परिजन के हाथ में थमा कर निकल गये। महिला वहां खड़ी हो कर तब तक हाथ में बोतल पकड़ी रही जब तक स्लाइन की पूरी दवा खत्म नहीं हो गई। मामले को लेकर विम्स पावापुरी के उपाधीक्षक डॉ अजय कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। जांच की जा रही है, दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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