Bihar Crime : भ्रष्टाचार के आरोप में कार्यपालक अभियंता के ठिकानों पर छापेमारी...
आर्थिक अपराध इकाई ने सिवान में पदस्थापित कार्यपालक अभियंता अनुभूति श्रीवास्तव के विरुद्ध भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है। जांच में यह सामने आया कि अभियंता ने अपनी वैध आय से 71,01,908/- रुपये अधिक की परिसंपत्ति अर्जित की है।

Siwan : सिवान से खबर है, जहां विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के सत्यापन के बाद आर्थिक अपराध इकाई ने सिवान में पदस्थापित कार्यपालक अभियंता अनुभूति श्रीवास्तव के विरुद्ध भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है। जांच में यह सामने आया कि अभियंता ने अपनी वैध आय से 71,01,908/- रुपये अधिक की परिसंपत्ति अर्जित की है, जो उनकी कुल वैध आय से लगभग 78.91% अधिक है।
इस आलोक में आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या-20/2025, दिनांक 18.08.2025 दर्ज किया गया है। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा-13(2) सहपठित धारा-13(1)(बी)/12 के अंतर्गत मामला दर्ज कर उनके विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की गई। इनमें—
1. पैतृक आवास, सं0-156, एडेल्को ग्रीन्स, गोमतीनगर, लखनऊ (उत्तर प्रदेश),
2. फ्लैट सं0-406वी/407ची, अर्पणा मेंशन, तिलकनगर, रूपसपुर, पटना,
3. नगर कार्यपालक पदाधिकारी, सिवान नगर परिषद स्थित कार्यालय—
शामिल हैं।
न्यायालय से प्राप्त तलाशी अधिपत्र के आधार पर आज दिनांक 20.08.2025 को छापामारी एवं तलाशी की कार्रवाई प्रारंभ की गई है। विस्तृत विवरण छापेमारी के उपरांत जारी किया जाएगा।
गौरतलब है कि अनुभूति श्रीवास्तव के विरुद्ध इससे पूर्व भी विशेष निगरानी इकाई थाना कांड संख्या-01/2021, दिनांक 31.08.2021 दर्ज किया गया था। उस जांच में यह पाया गया था कि उन्होंने चेक अवधि के दौरान वैध स्रोतों से लगभग 1,99,77,169/- रुपये अधिक (कुल आय से 230% अधिक) की संपत्ति अर्जित की थी। उस मामले में आरोप पत्र न्यायालय में समर्पित किया जा चुका है, जो वर्तमान में विचाराधीन है।
निलंबन से मुक्त होने के बाद श्रीवास्तव पुनः नगर कार्यपालक पदाधिकारी, सिवान के पद पर कार्यरत हैं। इस बीच, उनके विरुद्ध दोबारा भ्रष्टाचार में संलिप्त होने की सूचना मिलने पर सत्यापन के बाद यह बड़ी कार्रवाई की गई है।
ताजा ब्रेकिंग न्यूज़ और अपडेट्स के लिए जुड़े रहिए दर्श न्यूज़ के साथ, यह भी पढ़े : https://darsh.news/news/Railway-thekedar-se-5-crore-rupaye-ki-rangdari-ki-demand-nahi-dene-par-jaan-se-maarne-ki-dhamki-676477