Bihar News : रेलवे क्वार्टर में 5 दिनों से कैद हैं दिव्यांग महिला कर्मचारी, लवे के अधिकारी बन रहें अनजान...
रेलवे की ऑफिस सुप्रीटेंडेंट एक दिव्यांग महिला कर्मचारी के जीवन को संकट में डाल दिया है। यह महिला रेलवे के DRM कार्यालय में कार्यरत है और बीते 5 दिनों से अपने सरकारी आवास संख्या 226ABC में कैद होकर रहने को मजबूर हैं।

Patna : दानापुर-बिहटा एलीवेटेड पुल निर्माण ने रेलवे की ऑफिस सुप्रीटेंडेंट एक दिव्यांग महिला कर्मचारी के जीवन को संकट में डाल दिया है। यह महिला रेलवे के DRM कार्यालय में कार्यरत है और बीते 5 दिनों से अपने सरकारी आवास संख्या 226ABC में कैद होकर रहने को मजबूर हैं। जानकारी के अनुसार, एलीवेटेड पुल निर्माण में लगी कंपनी ने उनके क्वार्टर के ठीक सामने गहरा गड्ढा खोद दिया है, जिससे न सिर्फ उनका आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है, बल्कि गड्ढे में बच्चे के गिरने की भी आशंका जताई जा रही है।
पीड़िता नीलम कुमारी जो रेलवे के एस एंड टी विभाग में ऑफिस सुप्रीटेंडेंट है और दोनों पैरों से लाचार हैं और व्हीलचेयर की मदद से चलती हैं। बावजूद इसके, उन्हें न तो वैकल्पिक सरकारी आवास उपलब्ध कराया गया और न ही सुरक्षित रास्ता। उनके पति भी एक राजनीतिक पार्टी से जुड़े हैं और लगातार DRM कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल सका है।
पीड़िता ने बताया कि तीन महीने पहले ही DRM ऑफिस से नए सरकारी आवास के आवंटन का आदेश जारी हुआ था, लेकिन अब तक उन्हें नया आवास नहीं दिया गया। वहीं निर्माण कार्य में लगे अधिकारियों ने अब पुराने क्वार्टर को भी खाली करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया है, जबकि महिला का रास्ता पूरी तरह से बंद हो चुका है।
वहीं, स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने इस मामले में त्वरित हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि एक दिव्यांग महिला के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार निंदनीय है।
दानापुर से पशुपतिनाथ शर्मा की रिपोर्ट