बचपन का प्यार :जाति का बंधन तोड़ BPSC शिक्षक-शिक्षिका ने मंदिर में किया प्रेम विवाह..

Desk- बचपन का प्यार परवान चढ़ा और BPSC शिक्षक -शिक्षिका ने अपने परिवार के विरोध को दरकिनार करते हुए मंदिर में जाकर अंतर्जातीय शादी कर ली..
यह शादी बेगूसराय जिला के प्रसिद्ध जय मंगल गढ़ मंदिर में की गई है, शादी को पुलिस की भी सहमति मिल चुकी है क्योंकि दोनों बालिग है.
मिली जानकारी के अनुसार बेगूसराय के एक ही गांव के रहने वाले बीपीएससी से नियुक्त शिक्षक शिक्षिका ललन कुमार और सोनी कुमारी ने अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर प्रेम विवाह रचाया है. दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं और अलग-अलग जातियों से ताल्लुक रखते हैं।दोनों एक-दूसरे से बहुत दिनों से बचपन से ही अच्छे दोस्त थे. यह दोस्ती बाद में चलकर प्यार में बदल गई और फिर दोनों शादी करना चाहते थे, पर परिवार के लोग दो अलग-अलग जाति होने की वजह से इसका विरोध कर रहे थे. दोनों इस विरोध की वजह से शादी नहीं कर पा रहे थे लेकिन जब बीपीएससी से पास होकर यह दोनों शिक्षक बन गए तो दोनों का आत्मविश्वास बढ़ा और फिर परिवार के विरोध के बावजूद दोनों अपनी दोस्ती और प्रेम को जीवन भर के बंधन में बनने का निर्णय कर लिया.
समस्तीपुर जिला के विद्यापति में शिक्षक के पद पर काम करने वाले ललन कुमार और बेगूसराय जिला के गढ़पुरा में शिक्षिका के पद पर काम करने वाली सोनी कुमारी जब शादी के लिए ऐतिहासिक जय मंगल गढ़ मंदिर पहुंची, तो मंदिर प्रशासन ने पुलिस को सूचित कर दिया.पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन की और दोनों को बालिग मानकर शादी की मंजूरी दे दी. इसके बाद मंदिर परिसर में दोनों ने एक दूसरे को वरमाला पाना कर शादी रचा ली.
अब देखना है कि पहले से विरोध जाता रहे इन दोनों के परिवार वाले इन शिक्षक शिक्षिका के शादी करने के निर्णय को सहमति देते हैं या फिर इन्हें अपने परिवार का विश्वास जीतने के लिए आगे और संघर्ष करना पड़ता है.