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NEET पेपर लीक मामले में सरकार और विपक्ष के टकराव के बीच CBI ने कई आरोपियों को किया गिरफ्तार

CBI arrested several accused amid the confrontation between

Desk- नीट पेपर लीक मामले को लेकर एक तरफ सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच राजनीतिक बयान बाजी तेज है और परीक्षार्थियों का परीक्षा रद्द करने को लेकर हंगामा और प्रदर्शन लगातार जारी है वहीं दूसरी ओर सीबीआई की कई टीम इस मामले की जांच में लगी हुई है, और अभी तक कई गिरफ्तारी कर चुकी है.


 सीबीआइ ने झारखंड में तीन और आरोपितों की गिरफ्तारी की। इनमें हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम हैं।तीसरा व्यक्ति एक समाचार पत्र में कार्यरत जमालुद्दीन है.सीबीआइ ने लंबी पूछताछ के बाद तीनों को गिरफ्तार किया है.।तीनों की गिरफ्तारी हजारीबाग से नीट पेपर लीक होने के पुख्ता सुबूत मिलने के बाद की गई है।EOU की जांच में ही पुष्टि हो चुकी है कि पटना में साल्वर गैंग तक पेपर की जो फोटो कापी पहुंची, वह ओएसिस स्कूल को ही आवंटित हुई थी.दरअसल पेपर का लिफाफा नीचे से कटा होने तथा इन्हें रखने वाले बक्से में छेड़छाड़ दिखने के बावजूद प्रिंसिपल द्वारा शिकायत नहीं किए जाने से भी संदेह को बल मिला। टीम ने उस रूट का भी मुआयना किया, जिस रास्ते से ट्रक के माध्यम से नीट पेपर से भरा बक्सा रांची से हजारीबाग पहुंचाया गया।सीबीआइ टीम प्रश्नपत्रों के पैकेट, बक्सा, संदिग्धों के मोबाइल फोन, बैंक व स्कूल के सीसीटीवी फुटेज, लैपटाप व अन्य उपकरण साक्ष्य के तौर पर साथ लेकर पटना गई है। इसके साथ ही यह जानकारी मिली है  कि नीट परीक्षा के तत्काल बाद एहसान उल हक विदेश गए थे और करीब एक सप्ताह तक बाली में थे। परीक्षा के पहले और बाद के उनके फोन डिटेल की जानकारी लेने पर बिहार कनेक्शन मिला है। गिरफ्तार पत्रकार से भी उनका संपर्क मिला है।

पेपर लीक कराने वाले गिरोह के लोगों ने हजारीबाग में कई कोचिंग संचालकों से भी संपर्क किया था। इनके द्वारा गिरोह को छात्र उपलब्ध कराए गए थे, जिनसे मोटी रकम वसूली गई। इसमें एक प्रोफेसर की भूमिका भी संदिग्ध है।



 वहीं दूसरी और  नीट परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाने के  मामले में दिल्ली पुलिस और मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने राजस्थान के झालावाड़ स्थित सरकारी मेडिकल कालेज के दस छात्रों को गिरफ्तार किया है। दो से मुंबई क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है। जबकि आठ को जमानत पर छोड़ दिया गया।जानकारी के अनुसार छात्रों ने 15-15 लाख रुपए लेकर मूल परीक्षार्थियों के स्थान पर परीक्षा दी थी। सभी राजस्थान के रहने वाले हैं और एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई से लेकर इंटर्नशिप तक कर रहे हैं।


 बताते चलने की इससे पहले सीबीआई की टीम ने पटना में भी बड़ी कार्रवाई की.रिमांड पर लिए गए चिंटू और मुकेश ने पूछताछ में गुरुवार को गिरफ्तार किए गए आशुतोष और मनीष प्रकाश का नाम लिया। जिनके जरिये परीक्षार्थियों के ठहरने वाले मकान मालिक प्रभात और उनकी पत्नी का नाम सामने आया। सीबीआई  अब  मनीष और आशुतोष को सीबीआई रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. वही पेपर लीक के सरगना संजीव मुखिया की गिरफ्तारी को लेकर भी लगातार प्रयास किया जा रहा है.



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