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अपने पार्टी के विधायक के खिलाफ चेतन आनंद ने खोला मोर्चा, सीधा-सीधा बता दिया मूर्ख

Chetan Anand opened front against his party's MLA, called hi

आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह ने पिछले दिनों मां दुर्गा को लेकर टिप्पणी की थी. जिसके बाद से बिहार में सियासी पारा पूरी तरह से चढ़ गया है. विपक्ष की ओर से तो आरजेडी विधायक पूरी तरह घिर ही चुके हैं. लेकिन, अब उन्हीं के पार्टी के नेता भी उन्हें जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं. दरअसल, विवादित टिप्पणी पर आरजेडी के विधायक चेतन आनंद ने फतेह बहादुर सिंह को जमकर सुना दिया है. इसके साथ ही साथ बड़ी नसीहत भी दे डाली है. सीधा-सीधा चेतन आनंद ने फतेह बहादुर सिंह को मूर्ख बता दिया है और खूब भड़ास निकाला है.

फेसबुक पर लिखा बहुत कुछ 

दरअसल, चेतन आनंद ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर किया. जिसके जरिये उन्होंने कड़ी नाराजगी जताते हुए लिखा कि, मां दुर्गा अंधविश्वास की पात्र नहीं ! इस दौरान चेतन आनंद ने आरजेडी विधायक को मूर्ख बताते हुए कहा कि, मूर्ख है वो लोग जो महिषासुर को नायक मान बैठे हैं. अंधविश्वासी तो वह लोग हैं जो मानते हैं की अपने हीं धर्म को कोस कर उन्हें किसी और का वोट प्राप्त होगा. अपना धर्म सबको प्रिय है ! सेक्यूलरिज्म का मतलब सबको साथ लेकर चलना होता है, खुदके धर्म को नीचा दिखाना नहीं!

कड़ी नाराजगी की जाहिर 

चेतन आनंद ने अपने इस पोस्ट में अपनी यह बात लिखते हुए जय हिंद लिखा और तिरंगे का झंडा भी बनाया. बता दें कि, इससे पहले चेतन आनंद आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा के 'ठाकुर का कुआं' जाति को लेकर सुर्खियों में छाए थे. वहीं, फतेह बहादुर सिंह के विवादित टिप्पणी के बाद विपक्ष के अलावे उन्हीं के पार्टी के नेता भी नसीहत देने लगे हैं. बता दें कि, विधायक चेतन आनंद ने इस पर तीखी नाराजगी जाहिर की है. चेतन आनंद शिवहर से विधायक हैं और आनंद मोहन के बेटे हैं.

क्या था आरजेडी विधायक का बयान 

बता दें कि, मीडियाकर्मियों की ओर से आरजेडी विधायक से सवाल किया गया कि, वे दुर्गा मां को मानते हैं या नहीं ? इस पर आरजेडी विधायक ने प्रतिक्रिया दी कि, ये काल्पनिक कहानी है. मैं मान लेता, लेकिन मेरे पास साक्ष्य है. विधायक ने कहा कि, मनुवादियों के अनुसार देश में 33 करोड़ देवी-देवता हैं लेकिन जब भारत गुलाम हुआ, ब्रिटिश सरकार भारत में आई और गुलाम बनाने का काम किया उस समय भारतीयों की संख्या 30 करोड़ थी. मैं उन मनुवादियों से पूछना चाहता हूं जिन्होंने ये लिखा कि महिषासुर की करोड़ों सेना के साथ मां दुर्गा ने लड़ाई लड़ी और महिषासुर का नरसंहार कर दिया. जब मुट्ठी भर ब्रिटिश सरकार ने भारत को गुलाम बनाया तो मां दुर्गा क्या कर रही थीं ? दस हाथ का औजार कहां था ?

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