पहले PM के कार्यक्रम में शामिल हुए फिर कह दिया नाटककार, भोजपुर सांसद ने कहा 'बिहार चुनाव आते ही...'
वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग का मामला सियासी मुद्दा बन चुका है. भोजपुर सांसद ने किया कटाक्ष

भोजपुर: मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर भोजपुर जिला मुख्यालय में स्थित नागरी प्रचारणी सभागार में भी एक कार्यक्रम आयोजित की गई थी। कार्यक्रम में आरा के सांसद सुदामा प्रसाद, विधायक अमरेन्द्र प्रताप सिंह, आरा-बक्सर के एमएलसी राधा चरण साह भी शामिल हुए। कार्यक्रम के बाद आरा सांसद ने प्रधानमंत्री के संबोधन पर पलटवार करते हुए उन्हें नाटककार बता दिया।
सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वोटर अधिकार यात्रा से डर गए हैं इसलिए वे बिहार की महिलाओं को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा और प्रधानमंत्री कहते हैं कि कांग्रेस और राजद के कार्यकर्ताओं ने उन्हें और उनकी मां को गाली दी तो मैं बता दूँ कि गाली देने वाला भाजपा का ही कार्यकर्ता है। मैंने सोशल मीडिया पर उसका फोटो देखा है और यह सिर्फ मैंने नहीं बल्कि पूरा देश ने देखा है। आरा के सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण से ही यह अहसास हो रहा है कि वे डरे हुए हैं।
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बिहार में वोटर अधिकार यात्रा के बाद लोगों का एकतरफा झुकाव अब महागठबंधन की तरफ हो गया है जिससे उन्हें अब सीधा हार दिखाई दे रहा है। आज का कार्यक्रम जीविका के लिए था लेकिन प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान अपने भाषण पर सिर्फ गाली पर ही केन्द्रित रहे। जब भी बिहार में चुनाव आता है तो इन लोगों ने बिहार की जनता को उलझन में डाला है। साल 2015 के चुनाव में इसी रमना मैदान से बिहार की बोली लगाई थी, कितना पैसा दिया वह हम लोगों को आज तक पता नहीं चल पाया।
हमारे जिले और शाहाबाद के साथ पूरे मध्य बिहार की सोन नहर पानी नहीं आने से बर्बादी की कगार पर है। जिसके कारण खेती की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। लेकिन पक्कीकरण का कोई काम आज तक नहीं हुआ। शीतकालीन सत्र के समय में वक्त देने के बाद भी प्रधानमंत्री हम लोगों से मिलने तक नहीं आए। आज फिर विधानसभा का चुनाव बिहार में आया है तो झूठ परोसने आने लगे हैं। जीविका दीदियाँ कितनी परेशानियों का सामना कर रही हैं इसका कोई सुध लेने वाला नहीं है। कई दीदियों ने आत्महत्या कर ली और इसका मुख्य कारण है कि समूहों पर बढ़ता कर्ज। ये लोग अडानी अंबानी का कर्ज तो माफ़ कर देते हैं लेकिन जीविका दीदियों के समूह का लोन माफ़ नहीं कर सकते।
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भोजपुर से आकाश कुमार की रिपोर्ट