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बुर्का चलेगा तो घुंघट भी चलेगा, बिहार चुनाव घोषणा से पहले राजनीतिक दलों में छिड़ी बहस...

बिहार चुनाव को लेकर मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने राजनीतिक दलों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों ने कई सुझाव दिए जिसमें एक सुझाव पर बिहार में राजनीति शुरू हो गई. भाजपा ने चुनाव आयुक्त से मांग की कि मतदान केंद्र पर चुनाव डालने आने वाली..

If burqa works then veil will also work
बुर्का चलेगा तो घुंघट भी चलेगा, बिहार चुनाव घोषणा से पहले राजनीतिक दलों में छिड़ी बहस...- फोटो : Darsh News

पूर्वी चंपारण: बिहार में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट काफी तेज हो गई है। बीते दिनों मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार अपने दोनों चुनाव आयुक्त डॉ सुखबीर सिंह संधू और डॉ विवेक जोशी के साथ दो दिवसीय दौरे पर बिहार आये और तैयारियों की समीक्षा की। मुख्य चुनाव आयुक्त ने राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर उनसे सुझाव मांगे साथ ही अधिकारियों के साथ बैठक कर मतदान की तैयारियों को सुनिश्चित की। चुनाव आयोग के साथ बैठक के दौरान भाजपा ने मतदान केंद्रों पर बुर्का पर बैन लगाने की मांग की थी जो अब एक राजनीतिक मुद्दा बनने लगा है। 

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मतदान केंद्रों पर बुर्का मांग की भाजपा की मांग पर विपक्षी दलों ने हमले करना शुरू कर दिया है। विपक्षी दलों को जवाब देते हुए भाजपा के विधायक और गन्ना उद्योग मंत्री कृष्णनंदन पासवान ने भी बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर मतदान केंद्रों पर चुनाव आयोग बुर्का पर बैन नहीं लगाता है और उन्हें मतदान केंद्र पर जाने की अनुमति मिलती है तो फिर घुंघट वाली महिलाओं को भी समान छूट मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर किसी का बुर्का हटा कर चेहरा देखना उनके नियम के विरुद्ध है या फिर बेइज्जती का भाव उत्पन्न करता है तो फिर घुंघट हटा कर चेहरा देखना भी उसी भाव के अंतर्गत आता है इसलिए घुंघट में महिलाओं को भी समान छूट मिलनी चाहिए।

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पूर्वी चंपारण से प्रशांत किशोर की रिपोर्ट


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