जहानाबाद के काको नगर पंचायत में महामारी जैसे हालात, दूषित नल-जल बना कारण...
जिले के काको नगर पंचायत क्षेत्र में डायरिया का प्रकोप तेजी से फैलता जा रहा है। बीते 28 जुलाई से शुरू हुई बीमारी अब तक पांच मोहल्लों को अपनी चपेट में ले चुकी है। इन इलाकों में डायरिया महामारी का रूप ले चुका है

Jehanabad : जहानाबाद जिले के काको नगर पंचायत क्षेत्र में डायरिया का प्रकोप तेजी से फैलता जा रहा है। बीते 28 जुलाई से शुरू हुई बीमारी अब तक पांच मोहल्लों को अपनी चपेट में ले चुकी है। इन इलाकों में डायरिया महामारी का रूप ले चुका है। जिससे एक बच्ची समेत तीन लोगों की मौत की खबर भी सामने आई है। हालांकि, इन मौतों की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। डायरिया से ग्रसित मरीजों की संख्या अब तक 30 से 32 के बीच पहुंच चुकी है। सबसे अधिक प्रभावित मोहल्लों में कुरैशी मोहल्ला, मुसहरी, कोइरी टोला, पासवान टोली और दुर्गास्थान शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से राजेन्द्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट पटना की एक विशेषज्ञ टीम को काको भेजा गया है, जो स्थिति की निगरानी कर रही है और आवश्यक दिशा-निर्देश दे रही है। सिविल सर्जन डॉ देवेंद्र प्रसाद की मानें तो डायरिया फैलने का मुख्य कारण नल-जल योजना के तहत घरों तक पहुंचाया जा रहा दूषित पानी है। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ है कि सप्लाई किए जा रहे पानी में बैक्टीरिया की मौजूदगी पाई गई है। इसके अतिरिक्त, पानी टंकी की लम्बे समय से सफाई नहीं होने की शिकायत भी स्थानीय लोगों द्वारा दर्ज की गई है। सदर अस्पताल में लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने इमरजेंसी वार्ड के पास 10 बेड वाला अस्थायी वार्ड तैयार किया है।
पीड़ितों के स्टूल सैंपल को जांच के लिए पटना भेजा गया है और स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार निगरानी बनाए हुए है। जिला प्रशासन का दावा है कि जिन लोगों की मृत्यु की सूचना सामने आ रही है, उनके पास सरकारी अस्पताल में इलाज का कोई दस्तावेज नहीं है, इसलिए उनकी मौत की पुष्टि नहीं की जा सकती। काको को दो वर्ष पहले नगर पंचायत का दर्जा मिला था, लेकिन शुद्ध पेयजल और साफ-सफाई जैसी मूलभूत सुविधाएं अब भी लोगों को उपलब्ध नहीं हैं। नगर पंचायत के अधिकांश इलाकों में गंदगी का आलम है, और नल-जल योजना के तहत बिना साफ-सफाई के पानी की आपूर्ति जारी है, जिसका खामियाजा अब आम जनता को बीमारी के रूप में भुगतना पड़ रहा है।
जहानाबाद से पवन कुमार की रिपोर्ट