भाकपा माले के कई विधायक प्रतिरोध मार्च में हुए शामिल

राज्य के अंदर बढ़ते अपराध और लगातार गिरती कानून व्यवस्था के खिलाफ इंडिया गठबंधन के आह्वान पर शनिवार को राज्यव्यापी प्रतिरोध मार्च का आयोजन किया गया। राजधानी पटना सहित जहानाबाद, अरवल, नवादा, पूर्वी चंपारण, आरा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर आदि तमाम सेंटरों पर प्रदर्शन किया गया।पटना में वीरचंद पटेल पथ से भाकपा-माले, राजद, कांग्रेस, सीपीआई, सीपीएम और वीआइपी से जुड़े कार्यकर्ताओं ने झंडे-बैनर के साथ लगभग हजार की संख्या में जुलूस निकाला।प्रदर्शनकारी इनकम टैक्स तथा डाकबंगला चैराहे पर लगाए गए बैरिकेड को तोड़ते हुए आगे बढ़ते गए। बाद में मुख्यमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन पटना जिलाधिकारी को सौंपा गया. ज्ञापन में मुख्य रूप से राज्य में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की गई। वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के वृद्ध पिता की नृशंस हत्या के मामले को भी उठाया गया। साथ ही चुनाव बाद दलित समुदाय पर सामंती हिंसा की घटनाओं पर भी ध्यानाकृष्ट कराया गया। मांग पत्र में गया, नवादा, मुजफ्फरपुर आदि जगहों पर हाल ही में सामंती ताकतों द्वारा महादलितों की हत्या, महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने, मंुह में पेशाब करने, बलात्कार, मुजफ्फरपुर ठगी, माॅब लिंचिंग की घटनाओं को उठाया. पटना जिले में अपराध की घटनाओं की एक विस्तृत सूची सौंपी गई।मार्च का नेतृत्व भाकपा-माले की ओर से विधायक दल के नेता महबूब आलम, सत्यदेव राम, गोपाल रविदास, शशि यादव प्रमुख रूप से शामिल थे.