मंत्री श्रवण कुमार एक बार फिर बने भीड़ का शिकार, अब सहरसा में...
सहरसा में मंत्री प्रेम कुमार के काफिले को सफाईकर्मियों ने रोक लिया और जम कर हंगामा किया. रास्ता रोक रहे लोगों को हटाने में पुलिस के पसीने छूट गए. भारी मशक्कत के बाद मंत्री भीड़ से निकाले गए और आगे रवाना हुए...

सहरसा: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले अब हर मुद्दे सामने आ रहे हैं। एक तरफ सत्ता पक्ष अपने कामों को गिना रहा है तो दूसरी तरफ विपक्ष विकास नहीं करने का आरोप लगा रहा है इसके साथ ही विभिन्न वर्गों के लोग भी अपनी अपनी मांग को लेकर राज्य सरकार का विरोध करते दिखाई दे रहे हैं। इसी कड़ी में सहरसा में सफाईकर्मियों ने मंत्री श्रवण कुमार का घेराव कर दिया। इस दौरान लोग मंत्री के काफिला के आगे इस तरह से अड़ गए उन्हें हटाने में पुलिस के भी पसीने छूट गए। सफाईकर्मियों ने मंत्री की गाड़ी के आगे खड़ा हो कर रोक दिया। इस दौरान पुलिस लगातार लोगों को सड़क से हटाती रही लेकिन लोग लगातार मंत्री की गाड़ी के आगे आ रहे थे। इस दौरान मौके पर अफरातफरी का माहौल हो गया।
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मामले में सफाईकर्मियों ने कहा कि हमलोग 3 वर्षों से काम कर रहे हैं और हमें पैसे नहीं मिल रहे हैं। हमलोग एक एक अधिकारी से गुहार लगा रहे हैं लेकिन हमारी बात नहीं सुनी जा रही है। हमने मंत्री का घेराव किया लेकिन उन्होंने भी हमारी बातें नहीं सुनी और चुपचाप चले गए। जानकारी के अनुसार मंत्री श्रवण कुमार सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र में NDA कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे जहां से लौटते वक्त सफाईकर्मियों ने उनका रास्ता रोक लिया और जम कर हंगामा किया। पुलिस ने भारी मशक्कत के बाद लोगों को उनके रास्ते से हटा कर भीड़ से निकाला। बता दें कि बीते 27 अगस्त को भी मुख्यमंत्री के गृह जिला नालंदा में लोगों ने मंत्री श्रवण कुमार पर हमला कर दिया था जिसमें उनके बॉडीगार्ड भी जख्मी हो गए थे वहीं मंत्री ने करीब एक किलोमीटर तक भाग कर अपनी जान बचाई थी।
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सहरसा से विकास कुमार की रिपोर्ट