मुश्किल में फौजियों का गांव: मनेर के रतन टोला में बाढ़ का कहर, जुगाड़ नाव से हो रहा आवागमन
फौजियों का गांव रतन टोला गंगा की बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हो गया है। जिस गांव से देश की सरहदों की रक्षा करने वाले जवान निकलते हैं, आज उसी गांव के लोग खुद को सुरक्षित रखने के लिए जुगाड़ नाव का सहारा ले रहे हैं।

Patna : दानापुर के मनेर से खबर सामने आ रही है जहां फौजियों का गांव रतन टोला गंगा की बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हो गया है। जिस गांव से देश की सरहदों की रक्षा करने वाले जवान निकलते हैं, आज उसी गांव के लोग खुद को सुरक्षित रखने के लिए जुगाड़ नाव का सहारा ले रहे हैं। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह ग्रामीण पानी से घिरे इलाकों में घर पहुंचने के लिए जान जोखिम में डालकर चल रहे हैं, लेकिन सरकार की कोई मदद यहां अब तक नहीं पहुंच पाई है।
ग्रामीण मनोज कुमार ने बताया कि अब तक सरकार की ओर से कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है। “हम चाहेंगे कि सरकार खुद मौके पर जाकर हालात का जायजा ले और ग्रामीणों के लिए बाढ़ से सुरक्षा की व्यवस्था करे,”
वहीं गांव के ही रवि कुमार ने कहा, “यह फौजियों का गांव है लेकिन यहां ना नाव है, ना चारा, ना राहत। किसान पानी में तैर कर मवेशियों के लिए चारा लाने को मजबूर हैं। हमारे सांसद या विधायक तक झांकने नहीं आते।”
जब इस मुद्दे की जानकारी दानापुर की SDO दिव्य शक्ति को दी गई तो उन्होंने कहा, “हमें इसकी जानकारी नहीं थी। अब जब आपके माध्यम से जानकारी मिली है, तो नाव और राहत की व्यवस्था शीघ्र की जाएगी।”
एक ओर जहां फौजी सरहदों पर डटे हैं, वहीं उनके अपने गांव में परिजन बाढ़ से जूझ रहे हैं। यह हालात न सिर्फ चौंकाने वाले हैं, बल्कि सिस्टम की असंवेदनशीलता को भी उजागर करते हैं।
दानापुर से पशुपतिनाथ शर्मा की रिपोर्ट
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