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नई सरकार बनते ही वादों को पूरा करने में जुट गई नीतीश कैबिनेट, सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा 'हम...'

नई सरकार बनते ही वादों को पूरा करने में जुट गई नीतीश कैबिनेट, सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा 'हम...'

Nitish cabinet set about fulfilling promises as soon as the
नई सरकार बनते ही वादों को पूरा करने में जुट गई नीतीश कैबिनेट, सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा 'हम...'- फोटो : Darsh News

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एक तरफ विपक्ष ने विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करते हुए मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश की तो दूसरी तरफ NDA ने बिहार में उद्योग धंधे और रोजगार को बढ़ावा देने की बात कही थी। नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनने पर NDA ने राज्य में AI हब, बंद पड़े चीनी मिलों को शुरू करने और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का वादा किया था। अब सरकार बनते ही नीतीश कुमार की सरकार ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है।

मंगलवार को नई सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक में राज्य में उद्योग धंधे स्थापित करने की बातों पर विचार की गई और योजनाओं के निर्माण एवं क्रियान्वयन के लिए उच्च स्तरीय कमिटी की गठन की स्वीकृति भी दी गई। बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से अपने वादों को दोहराया और राज्य की जनता को भरोसा दिलाया कि अगले पांच वर्षों में बिहार में रोजगार की कमी नहीं रहेगी। सीएम नीतीश ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि हमारी प्राथमिकता रही है कि बिहार के युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार और नौकरी मिले और इसके लिए हम लगातार प्रयासरत हैं। CM नीतीश ने लिखा कि हमने सात निश्चय 2 के तहत पिछली सरकार में 50 लाख युवाओं को नौकरी और रोजगार दिया और अब अगले 5 वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को नौकरी रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए हम तेजी से काम कर रहे हैं।

बनाया जायेगा न्यू एज इकॉनमी

CM नीतीश ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि 'राज्य में अधिक से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार मिले, ये शुरू से ही हमलोगों की प्राथमिकता रही है। सात निश्चय-2 के तहत वर्ष 2020-25 के बीच राज्य में 50 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी एवं रोजगार दिया गया है। अगले 5 वर्षों (2025-30) में हमलोगों ने 1 करोड़ युवाओं को नौकरी एवं रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। नई सरकार के गठन के पश्चात् राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने एवं अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध करने के लिए हमलोगों ने तेजी से काम शुरू कर दिया है। बदलते बिहार के विकास की गति को बल देने हेतु बिहार में प्रौद्योगिकी और सेवा आधारित नवाचारों की न्यू ऐज इकोनॉमी (New Age Economy) के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु इस क्षेत्र की बिहार से संबंध रखनेवाले अग्रणी उद्यमियों के सुझाव प्राप्त कर योजनाओं एवं नीतियों का निर्धारण किया जाएगा। 

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बिहार बनेगा पूर्वी भारत का टेक्नोलॉजी हब

साथ ही बिहार को एक 'वैश्विक Back end-Hub' एवं 'ग्लोबल वर्क प्लेस' के रूप में विकसित एवं स्थापित करने हेतु महत्वपूर्ण विभागों तथा प्रतिष्ठित अर्थशास्त्रियों एवं विशेषज्ञों के सहयोग से एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी। बिहार की जनसंख्या में युवाओं की भागीदारी काफी अधिक है। इसको सार्थक दिशा देने पर बिहार देश का सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य बन सकता है। बिहार के बड़ी संख्या में उपलब्ध युवा मानव संसाधन को ध्यान में रखते हुए बिहार को पूर्वी भारत के नए टेक्नोलॉजी हब (Technology Hub) के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए बिहार में डिफेंस कॉरिडोर, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स, मेगा टेक सिटी व फिनटेक सिटी की स्थापना की जाएगी एवं उद्योगों का जाल बिछाने हेतु वृहद कार्ययोजना तैयार कर योजनाओं को क्रियान्वित किया जाएगा। 

चीनी मिलों का भी होगा पुनरुद्धार

राज्य में नई चीनी मिलों की स्थापना एवं पुरानी बंद पड़ी चीनी मिलों को पुनः चालू करने हेतु नीति एवं कार्ययोजना बनाई गई है। इसके साथ ही राज्य के सभी प्रमुख शहरों को बेहतर एवं सुंदर बनाने की योजना पर कार्य करने हेतु तैयारी एवं नई तकनीकों का उपयोग कर राज्य को अग्रणी बनाने हेतु बिहार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन की स्थापना की जाएगी। उक्त सभी बिन्दुओं पर कार्ययोजना तैयार करने हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आज उच्चस्तरीय समिति गठित कर दी गई है। यह समिति राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने एवं युवाओं के लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसर पैदा करने से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन तथा अनुश्रवण का कार्य करेगी। आप सभी को पता है कि पिछले कुछ वर्षों में बिहार में औद्योगीकरण ने रफ्तार पकड़ी है। बिहार की नवनिर्वाचित नई सरकार दुगुनी ताकत से राज्य में बड़े पैमाने पर उद्योग लगाने हेतु कृतसंकल्पित है। इसके लिए औद्योगिक कॉरिडोर, उच्च गुणवत्ता की आधारभूत संरचना, हाई क्वालिटी पावर सप्लाई, जल प्रबंधन एवं कुशल मानव संसाधन आवश्यक है, जो अब बिहार में उपलब्ध हैं। राज्य में औद्योगिक विकास एवं अगले 5 वर्षों में युवाओं को नौकरी एवं रोजगार के लिए हमलोगों ने तेजी से काम शुरू कर दिया है और जो काम हमलोग शुरू करते हैं, उसे पूरा करते हैं।

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