darsh news

अब ये सेना में भी करना चाहते हैं जाति के नाम पर विभाजन, पिता से करवा लेते, चिराग ने SIR पर भी विपक्ष को घेरा...

अब ये सेना में भी करना चाहते हैं जाति के नाम पर विभाजन, पिता से करवा लेते, चिराग ने SIR पर भी विपक्ष को घेरा...

Now they want to divide the army in the name of caste, they
अब ये सेना में भी करना चाहते हैं जाति के नाम पर विभाजन, पिता से करवा लेते, चिराग ने SIR पर भी विपक्ष- फोटो : Darsh News

पटना: बिहार में पहले चरण का मतदान कल है और इसके लिए मंगलवार को ही चुनाव प्रचार थम गया है। इसके साथ ही अब दुसरे चरण के मतदान हेतु चुनाव प्रचार में सभी राजनीतिक दल के नेता जोर शोर से जुट गए हैं। पहले चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार के अंतिम दिन लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जातिवाद की बात करते हुए कहा था कि सेना पर देश की दस प्रतिशत आबादी का कंट्रोल है। राहुल गांधी के इस बयान के बाद से सत्ता पक्ष ने उन्हें आड़े हाथों लिया है और जम कर हमले कर रहा है। 

सेना को भी जाति में बांट रहे राहुल

मामले में मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि इससे अधिक दुखद और दर्दनाक कुछ हो ही नहीं सकता है। अगर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की सोच ऐसी है जो सदन में विपक्ष का नेतृत्व करते हैं, वह अगर हमारी सेना को जाति, धर्म में बाँटने की कोशिश करते हैं तो इससे अधिक लोकतंत्र के लिए दुखद कोई बात नहीं हो सकती है। सोचिये कि आपने कितनी भावनाओं को ठेस पहुँचाया है। जो आदमी हमारी सुरक्षा के लिए सरहद पर खड़ा है आज वह पहली बार सोच रहे होंगे कि मेरी जाति या धर्म क्या है। उसने आज तक किस जाति के लोग को बचाने के लिए सरहद पर खड़ा है यह नहीं सोचा होगा। उन्हें नहीं पता है कि वह हिंदू-मुसलमान, दलित, अगड़ा, पिछड़ा किसकी सुरक्षा कर रहे हैं, आप उसे भी आज जाति में बाँट रहे हैं। 

अपने पिता जी से करवा लेते सेना में विभाजन

अगर आप सेना को बांटने की सोच रखते हैं, आपको इतनी ही चिंता है तो आप बता दीजिये न देश की सत्ता में सबसे अधिक समय तक कौन था। आप और आपके परिवार के लोग थे। अगर आपको सेना में भी जाति के आधार पर विभाजन करवाना था तो करवा देते। नेहरु जी, इंदिरा जी आपके परिवार के थे, राजीव गांधी आपके पिता ही थे, आप उनसे करवा लेते। आज आपको चुनाव में यह याद आ रहा है, मैं समझता हूं कि हताशा निराशा में आप ऐसी बातें बोलते हैं जिससे ध्रुवीकरण हो लेकिन इसमें सेना को नहीं लेना चाहिए। सेना को किसी भी तरह से राजनीति में कतई नहीं लाना चाहिए। राहुल गांधी के बयान ने न सिर्फ सरहद पर सुरक्षा में तैनात हर जवान को आहत किया है बल्कि हर वह जवान जो शहीद हो गए हैं उनकी भी आत्मा को भी ठेस पहुँचाया है। 

अभी तो सत्ता से दूर हैं, जब आ जायेंगे तो आतंक ही मचाएंगे

वहीं राजद के मंच पर कट्टा को लेकर गीत गाये जाने को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि यह राजद की संस्कृति में रहा है। हुडदंग मचाना, गोली-बारूद का इस्तेमाल करना, ये वही 90 के दौर के ही हैं न जिस जंगलराज की हम बात करते हैं। आज भी इनकी सभाओं को देखिये तो पता चलेगा कि किस तरह की अराजकता का माहौल रहता है। ये सब चीजें खुद ही दर्शाता है कि इनकी सोच और शैली 90 के दशक से ही प्रभावित है। अभी ये सत्ता से दूर हैं तब ऐसे ऐसे गाने को प्रमोट कर रहे हैं। हमलोग फर्स्ट टाइम वोटर को इसीलिए जंगलराज की याद दिलाते हैं या बताते हैं। अभी य ए सत्ता से दूर हैं तो इस तरह से कर रहे हैं, अगर सत्ता में गलती से आ जायेंगे तो सोच लीजिये क्या करेंगे।

SIR पर भी विपक्ष को घेरा।

SIR को लेकर पश्चिम बंगाल में राजनीति को लेकर चिराग ने कहा कि इनका समझ नहीं आता है। ये लोग ही शिकायत भी करेंगे कि धांधली हो रही है और प्रक्रिया का विरोध भी यही करेंगे। यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है, बल्कि यह एक रेगुलर इंटरवल पर होता रहा है। लंबे समय से यह नहीं हुआ था तो इसे करना जरूरी है। बिहार में राजनीतिक दलों ने काफी चिंता जाहिर की थी लेकिन किसी ने भी एक भी आपत्ति दर्ज नहीं कराई थी।

Scan and join

darsh news whats app qr