Sahara India: खुशखबरी! अब वापस होगा सहारा में फंसे करोड़ों रुपये, मोदी सरकार ने उठाया यह बड़ा कदम

याद करिए 2005 के आस-पास का दौर जब यूपी-बिहार के गली-मुहल्लों में सहारा की योजना की धूम थी. लोग अपनी गाढ़ी कमाई सहारा इंडिया में अच्छे रिटर्न के लिए जमा कर रहे थे. उन्हें क्या पता था कि एक दिन यह कंपनी उनके पैसे लौटाने से मना कर देगी. 2009 में जब कंपनी आईपीओ के लिए गई तो सारी पोल ही खुल गई. जांच की गई तो पता चला कि सहारा इंडिया ने 24,000 करोड़ रुपये जुटाए थे. शेयर बाजार को रेगुलेट करने वाली संस्था ने सहारा को निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए कहा. लेकिन कंपनी ने आदेश को नहीं माना. समय आगे बढ़ता गया और मामला कानूनी दांव पेंच में फंसता गया. लेकिन निवेशकों का इंतजार अब खत्म होने जा रहा है.
अगर आपका पैसा भी लंबे समय से सहारा इंडिया में अटका हुआ है तो आपको सरकार की तरफ से खुशखबरी मिलने जा रही है. जी हां, अब सहारा का पैसा वापस मिलने की खबर से करोड़ों लोगों ने राहत की सांस ली है. केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह मंगलवार को 'सहारा रिफंड पोर्टल' लॉन्च करेंगे. इस पोर्टल की मदद से उन निवेशकों का पैसा वापस मिल सकेगा, जिनका पैसा पिछले कई सालों से फंसा हुआ है और उनका निवेश का समय पूरा हो चुका है.
केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया कि सहारा ग्रुप की सहकारी समितियों - सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के वास्तविक जमाकर्ताओं की तरफ से वैध दावे प्रस्तुत करने के लिए पोर्टल को विकसित किया गया है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आया फैसला
सरकार की तरफ से यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के सहकारी समितियों के केंद्रीय रजिस्ट्रार (CRCS) को 5000 करोड़ रुपये हस्तांतरित करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आया है. सरकार ने पिछले दिनों नौ महीने के अंदर 10 करोड़ निवेशकों का पैसा वापस करने की घोषणा की थी. अमित शाह ने अपने ट्वीट में कहा कि सहारा की cooperative societies में जिन लोगों के कई साल से रुपये फंसे हुए थे, उनके लिए कल एक विशेष दिन है.
संकल्प को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रही
मोदी सरकार ऐसे निवेशकों की जमा राशि को लौटाने के संकल्प को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रही है. जिसके अंतर्गत 'सहारा रिफंड पोर्टल' का शुभारंभ होगा. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सहकारिता मंत्रालय की प्रतिबद्धता उन सभी लोगों को राहत देगी, जो अपनी मेहनत की कमाई वापस पाने का इंतजार कर रहे हैं.
निवेशकों को क्या करना होगा?
अगर आपने भी सहारा में निवेश किया है तो सबसे पहले यह ध्यान रखें कि आपने किस समिति में पैसा जमा किया है. इसके बाद आप अपने सभी डॉक्यूमेंट को एकत्रित कर लें. पूरी जानकारी साफ होने के बाद ही आप रिफंड के लिए कोई भी कदम उठाएं. इस पूरे रिफंड प्रोसेस में सहारा के एजेंट की किसी प्रकार की भूमिका होने से इंकार किया जा रहा है. फिर भी जानकारी सामने आने के बाद इसके बारे में कंफर्म कर लें.