कहीं रैंप पर जलवा, कहीं नुक्कड़ नाटक से दिया गहरा संदेश, हर मंच पर छाए छात्र
रैंप पर फैशन, कैनवास पर रंग और मंच पर संदेश: 'स्पंदन-2025' बना प्रतिभाओं का महाकुंभ। 'स्पंदन-2025' में गूंजा सामाजिक संदेश, 'ऑपरेशन सिंदूर' पर नुक्कड़ नाटक ने दर्शकों को झकझोरा। 'स्पंदन-2025': सुभारती विश्वविद्यालय में कला और संस्कृति का भव्य उत्सव,

छात्रों ने दिखाई प्रतिभा। सुभारती में प्रतिभा का 'स्पंदन': कहीं रैंप पर जलवा, कहीं नुक्कड़ नाटक से दिया गहरा संदेश। कला, संस्कृति और रचनात्मकता के रंगों से सराबोर हुआ 'स्पंदन-2025', हर मंच पर छाए छात्र। 'स्पंदन' की धमक: फैशन, फोटोग्राफी से लेकर सामाजिक सरोकार तक, सुभारती के होनहारों ने मनवाया लोहा। न रैंप थमा, न रंग रुके: 'स्पंदन-2025' में सुभारती के छात्रों ने बिखेरे प्रतिभा के जलवे
मेरठ: स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय में चल रहे वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव 'स्पंदन-2025' में कला, संस्कृति और रचनात्मकता की ऊर्जा की झलक दिखी। विश्वविद्यालय परिसर में फैशन शो, नुक्कड़ नाटक, मिमिक्री, रंगोली, फोटोग्राफी, मेहंदी और कोलाज मेकिंग जैसी विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न संकायों के छात्र-छात्राओं ने पूरे उत्साह के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। दिन का एक प्रमुख आकर्षण रहा फैशन शो, जिसका विषय 'बॉलीवुड : भारतीय संस्कृति' था। इस शो में 13 कॉलेजों के प्रतिभागियों ने रैंप पर जलवा बिखेरा, जिसका मूल्यांकन निर्णायक मंडल रश्मि अरोड़ा, रॉबिन सारन और सुजल सैनी ने किया। रोमांचक मुकाबले में फैकल्टी ऑफ फाइन आर्ट्स एवं फैकल्टी ऑफ साइंस ने संयुक्त रूप से प्रथम स्थान, फैकल्टी ऑफ फार्मेसी ने द्वितीय और फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग ने तृतीय स्थान हासिल किया।
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा 'सुभारती विश्वविद्यालय की सर्वोत्तम प्रथाएं' विषय पर आयोजित फोटोग्राफी प्रतियोगिता में मेरठ के प्रसिद्ध युवा फोटोग्राफर्स करण और जतिन ने निर्णायक की भूमिका निभाई, जिसमें हसन राजा (पॉलिटेक्निक) प्रथम, तुषार कुमार (पत्रकारिता) द्वितीय, और मुकुल (पैरामेडिकल) तृतीय स्थान पर रहे।
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सत्यजीत रे सभागार में सामाजिक चेतना का संदेश देते हुए नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' जैसे गंभीर विषय पर सशक्त प्रस्तुतियाँ दीं। इन प्रस्तुतियों का मूल्यांकन मनमोहन भल्ला, भरत भूषण शर्मा और सीमा समर ने किया। प्रतियोगिता में डिपार्टमेंट ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज को प्रथम, डिपार्टमेंट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज को द्वितीय, तथा केरल वर्मा सुभारती कॉलेज ऑफ साइंस एवं ज्योतिराव फुले सुभारती कॉलेज ऑफ फिजियोथैरेपी को संयुक्त रूप से तृतीय स्थान मिला। इसी सभागार में आयोजित मिमिक्री प्रतियोगिता ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया, जिसमें ज्योतिराव फुले सुभारती कॉलेज ऑफ फिजियोथैरेपी संकाय ने प्रथम, शारीरिक शिक्षा संकाय ने द्वितीय और सहयोगी एवं स्वास्थ्य देखभाल संकाय ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
मंच की प्रस्तुतियों के साथ-साथ परिसर में रचनात्मक कलाओं की भी धूम रही। शिक्षा संकाय द्वारा आयोजित रंगोली प्रतियोगिता में 21 समूहों ने भाग लिया, जिसकी निर्णायक ममता दीक्षित, अंशु पटेल और डॉ कामाक्षी जिंदल रहीं। इसमें नंदलाल बोस सुभारती कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट के एकता आर्य, दिपुल कुमार कदम, प्रतीक कुमार व सुमित कुमार ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसी क्रम में, शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा मेहंदी प्रतियोगिता और कोलाज/चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ, जिनका मूल्यांकन निर्णायक मंडल निधि जैन, यशा रस्तोगी एवं शालिनी शर्मा ने किया।
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मेहंदी में अंचल चित्तौड़िया (ललित कला) व करिश्मा कश्यप (लॉ) ने संयुक्त प्रथम स्थान जीता, जबकि कोलाज व चित्रकला में निशा यादव (फिजियोथेरेपी) व प्रियांशी गुप्ता (फाइन आर्ट्स) को प्रथम स्थान मिला। कुल मिलाकर, 'स्पंदन-2025' के तहत आयोजित इन विविध प्रतियोगिताओं ने न केवल विद्यार्थियों की कलात्मक प्रतिभा को एक भव्य मंच प्रदान किया, बल्कि विश्वविद्यालय परिसर को उत्सव और उत्साह के जीवंत रंगों से सराबोर कर दिया। इस दौरान आयोजन समिति की अध्यक्षा डॉ भावना ग्रोवर, ललित कला संकाय के अध्यक्ष डॉ पिंटू मिश्रा, इंजी आकाश भटनागर, डॉ आशिमा भटनागर, शैली शर्मा, पल्लबी मुखर्जी, स्वाति शर्मा आदि शिक्षक उपस्थित रहे।
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