तेज प्रताप यादव की विधायकी तो चली गई, अब बंगले का क्या होगा? ऐसा हुआ तो सरकार...
तेज प्रताप यादव की विधायकी तो चली गई, अब बंगले का क्या होगा? ऐसा हुआ तो सरकार...
पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव में NDA की प्रचंड जीत हुई जबकि महागठबंधन समेत अन्य दलों की करारी हार हुई। कई दलों के तो विधानसभा चुनाव में खाते भी नहीं खुले। कथित प्रेम प्रसंग में पार्टी और परिवार से निकाले जाने के बाद अपनी पार्टी बना कर चुनावी मैदान में उतरे राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को भी हार का सामना करना पड़ा। तेज प्रताप यादव वैशाली के महुआ विधानसभा सीट से मैदान में थे।
तेज प्रताप यादव चुनाव हारने के बाद अब विधायक नहीं रहे ऐसे में नियमतः उन्हें अपना बंगला खाली करना पड़ेगा लेकिन माना जा रहा है कि राज्य की सरकार उन्हें उस बंगले में रहने के लिए दे सकती है। हालांकि लोगों के मन में भी यह सवाल उठने लगा है कि तेज प्रताप अभी भी अपने सरकारी बंगला 2 एम स्ट्रैंड रोड में ही रहेंगे या कहाँ जायेंगे। हालांकि अगर नीतीश कुमार की सरकार तेज प्रताप पर मेहरबान होती है तो फिर उन्हें यह बंगला आगे भी रहने के लिए मिल सकता है।
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जानकारों की मानें तो विधायक नहीं रहने पर सरकारी सुविधाएं अपने आप खत्म हो जाती है और नेता को सरकार की तरफ से आवंटित बंगला खाली करना पड़ता है। हालांकि तेज प्रताप यादव बिहार के एक हाई प्रोफाइल राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं इसलिए इस मामले में सुरक्षा का भी खास ख्याल रखा जायेगा। तेज प्रताप यादव को बंगला खाली करना पड़ेगा या वे इस बंगले में रह सकते हैं इसके निर्णय के लिए फाइल बिहार गृह विभाग पहुंच चुका है। सुरक्षा कारणों से तेज प्रताप यादव को Y+ सुरक्षा दी गई है इसलिए अब अधिकारियों को एक रिपोर्ट बनानी होगी कि तेज प्रताप यादव की सुरक्षा या असुरक्षा का स्तर क्या है।
इसके साथ ही राजनीतिक गतिविधियों का भी आकलन किया जायेगा। अगर अधिकारियों के रिपोर्ट में खतरा उच्च स्तर का पाया जायेगा तो तेज प्रताप यादव की सुरक्षा भी जारी रहेगी और सरकार यह बंगला फ़िलहाल उनके पास ही रहने दे सकती है। लेकिन अगर खतरे का स्तर निम्न पाया गया और यह रिपोर्ट बनी कि अब उन्हें हाई सिक्यूरिटी की जरूरत नहीं है ऐसे में Y+ सुरक्षा और बंगला दोनों ही वापस ले लिया जायेगा।
बता दें कि केंद्र सरकार ने ख़ुफ़िया रिपोर्ट के आधार पर चुनाव के दौरान तेज प्रताप यादव को Y+ सुरक्षा दी थी। इस सुरक्षा में तेज प्रताप के आसपास 11 कमांडो 24 घंटे तैनात रहते हैं।
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