18 को शपथ ग्रहण करेंगे तेजस्वी, कहा 'हमलोग करेंगे क्लीन स्वीप और बनायेंगे नौकरी वाली सरकार..'
18 को शपथ ग्रहण करेंगे तेजस्वी, कहा 'हमलोग करेंगे क्लीन स्वीप और बनायेंगे नौकरी वाली सरकार..'
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में बम्पर वोटिंग के बाद सभी दलों के नेताओं का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है। एक तरफ सत्ता पक्ष अपने पक्ष में विकास की लहर के लिए वोटिंग की बात कह रहा है तो दूसरी तरफ विपक्ष बदलाव के लिए बंपर वोटिंग की बात कह रहा है। विधानसभा चुनाव सफलतापुर्वक संपन्न होने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस किया। उन्होंने बिहार के मतदाताओं को धन्यवाद् देते हुए कहा कि बिहार के सभी जगहों से हमने फीडबैक लिया और हर जगहों से काफी सकारात्मक बातें सामने आ रही है। बिहार के लोगों ने बदलाव के लिए वोट किया है और इस बार जैसा हमने पहले भी कहा कि 14 को परिणाम आएगा और 18 को हम शपथग्रहण करेंगे।
तेजस्वी ने कहा कि कल के मतदान में भी काफी देर तक मतदान हुआ है। लोगों की लंबी लाइन मतदान केन्द्रों पर दिख रही थी और लोग इंतजार कर के अपने मताधिकार का प्रयोग किये हैं। तेजस्वी ने कहा कि कल मतदान चल ही रहा था और एग्जिट पोल आने लगा। मतदाता देर शाम तक मतदान केन्द्रों पर कतार में खड़े थे और इसी बीच एग्जिट पोल आने लगे। तेजस्वी ने सर्वे परिणामों को पेड बताते हुए कहा कि यह सर्वे परिणाम सत्ता पक्ष के दबाव में आया है। उन्होंने कहा कि पहले भी सर्वे होते रहा है और हमेशा ही 15 से 16 प्रतिशत लोग नीतीश कुमार के पक्ष में रहे हैं और इस बार तो NDA के लोगों ने तो CM फेस की घोषणा भी नहीं की।
यह भी पढ़ें - ठंड के बावजूद पटना में डेंगू का प्रकोप, मिले 12 नए मरीज, दो की...
तेजस्वी ने कहा कि ये वही गोदी मीडिया है जिनलोगों ने सर्वे दिखाया कि पाकिस्तान में इस्लामाबाद, लाहौर और कराची को हथिया लिये थे, SIR के दौरान बिहार में घुसपैठियों को घुसा दिए थे। एक बार फिर एक प्रोपेगेंडा के तहत मोदी जी के एजेंसियों के द्वारा अधिकारियों पर दबाव को लेकर कि काउंटिंग के दिन लोगों पर दबाव बना रहे इसलिए यह सर्वे रिजल्ट दिखाया जा रहा है। आप जब बात करेंगे तो कोई भी सर्वे टीम अपने सैंपल साइज़ के बारे में नहीं बता पा रहा है। सर्वे का मानक क्या है ये भी नहीं बता पा रहे हैं। यह अमित शाह या PMO से जो तय हो कर आता है, मीडिया वाले वही दिखाते हैं।
तेजस्वी ने कहा कि अब 2020 की तुलना अगर की जाये तो 72 लाख लोगों ने अधिक मतदान किया है। यह एक बहुत बड़ा आंकड़ा है और यह वोट नीतीश जी को बचाने के लिए नहीं पड़े हैं बल्कि यह वोट सरकार बदलने के लिए पड़े हैं। बिहार में सरकार बदलने जा रही है। आप देखिएगा कि इन एजेंसियों के सर्वे में ही जो लोग 15-18 प्रतिशत मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश जी को देखना चाहते थे वही अब 8 महीने में बदल गए। बिहार में प्रशासन पर दबाव बनाने की जो नीति है वह सब जानते हैं। अभी सर्वे चलाया गया और काउंटिंग के दिन पूरा प्रयास किया जायेगा कि काउंटिंग स्लो किया जायेगा, जिला मुख्यालयों में दहशत बनाया जायेगा।
यह भी पढ़ें - बिहार में हुई रिकॉर्ड वोटिंग, कई बूथों पर करीब दो दशक बाद हुआ मतदान, निर्वाचन अधिकारी ने कहा...
अगर कहीं बम ब्लास्ट होगा, आपराधिक घटनाएँ होंगी वहां कार्रवाई नहीं करेंगे लेकिन पुरे राज्य में मिलिट्री मार्च करवाएंगे ताकि लोगों में दहशत बन सके। 2020 में भी बदलाव के लिए लोगों ने मतदान किया था, और इस बार हम क्लीन स्वीप कर रहे हैं। तेजस्वी ने दावा किया कि ये लोग काउंटिंग स्लो करवाएं या जिला मुख्यालय में फ्लैगमार्च करवाएं, वोट चोरी करें या कुछ भी करें लेकिन इस बार काउंटिंग में बेईमानी नहीं होने दिया जायेगा। हमारे सारे लोग सजग हैं और जब तक एक एक वोट की गिनती नहीं हो जाती है तब तक डटे रहेंगे। बिहार लोकतंत्र की जननी है और हमलोग इसे मिटने नहीं देंगे। 2024 में यही मीडिया वाले मोदी को 400 पार कर रहे थे, ये लोग मनोवैज्ञानिक दबाव लोगों पर और अधिकारियों पर डालना चाहते हैं।
तेजस्वी ने धमेंद्र के निधन की खबरों की चर्चा करते हुए भी मीडिया पर तंज कसा कि इतने बड़े नेता हैं, अभी ठीक ठाक हैं और मीडिया ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। भाजपा के कुछ लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि तक दे दी। तो मीडिया की हकीकत किसी से छुपा नहीं है, सब जानते हैं कि वे लोग क्या कर रहे हैं। तेजस्वी ने दावा किया कि लिख कर रख लीजिये हमलोग 18 नवम्बर को शपथ लेने जायेंगे और बिहार में नौकरी वाली सरकार बनायेंगे।
यह भी पढ़ें - तेजस्वी को मिलेगा ताज या फिर से बनेगी नीतीश की सरकार, रिकॉर्ड वोटिंग के साथ मतदान खत्म अब रिजल्ट का इंतजार...