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लापरवाही :मोबाइल टॉर्च की रोशनी में अस्पताल में हो रहा है इलाज..

The patient is being treated in the hospital in the light of

Bettiah - मोबाइल के टोर्च की रोशनी में सरकारी अस्पताल में इलाज हो रहा है. पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें टोर्च की रोशनी में मरीज का इलाज किया जा रहा है.


 केंद्रीय राज्य मंत्री,वाल्मिकीनगर सांसद और भाजपा विधायक का गृह क्षेत्र नरकटियागंज के अनुमंडलीय अस्पताल मे मोबाइल व टॉर्च की रोशनी मे मरीजों का इलाज हो रहा है। मोबाइल टॉर्च की रोशनी मे प्रसव भी कराया जा रहा है और अन्य मरीजों का भी इलाज किया जा रहा है।बताया जा रहा है कि 3 दिनों से अनुमंडल अस्पताल का जरनेटर खराब है बिजली चले जाने के बाद अस्पताल मे अंधेरा कायम हो जाता है जिसके बाद मोबाइल टॉर्च के रोशनी मे इलाज किया जाता है । अस्पताल प्रशासन द्वारा अस्पताल मे लाइट के लिए कोई दुसरा व्यवस्था नही किया गया है। 

 दरअसल ये जानलेवा लापरवाही है,जहां अंधेरे मे मोबाइल टॉर्च के सहारे इलाज किया जा रहा है अस्पताल मे किस तरीके का इंतजाम है.जहां बिजली नही रहने पर अंधेरे मे मोबाइल की रोशनी के सहारे इलाज चल रहा है प्रसव भी कराया जा रहा। जिसमे मरीजों की जान भी जा सकती है। 

बता दें कि मंगलवार की रात बाइक एक्सीडेंट मे घायल दो व्यक्तियों को पुलिस अनुमंडलीय अस्पताल लेकर पहुंची,अस्पताल में अंधेरा था,मोबाइल की रोशनी मे चिकित्सकों ने जख्मी व्यक्तियों का इलाज किया। जबकी जेनरेटर की व्यवस्था हर सरकारी अस्पताल मे है इसके लिये  डीजल की भी व्यवस्था स्वास्थ्य समिति द्वारा की जाती है ताकी मरीजो के ईलाज मे कोई कोताही ना हो  । मोबाइल की रोशनी मे मरीज को टाका भी लगाया गया,जिसके बाद दोनों की गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए जीएमसीएच बेतिया रेफर कर दिया गया।इतना ही नही अनुमंडलीय अस्पताल मे मोबाइल टॉर्च की रोशनी मे दो-दो प्रसव भी कराया गया। इतनी भीषण गर्मी मे भर्ती मरीज और उनके परिजनों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है बिजली नही रहने पर घंटो देर तक अंधेरे मे रहने को मजबूर है। हाथ पंखा चलाने व मोबाइल टॉर्च के सहारे रहने को मरीज विवश है।

 बेतिया से आशीष की रिपोर्ट


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