हथकड़ी में नामांकन दाखिल करने पहुंचे इस प्रत्याशी ने भाई वीरेंद्र को किया चैलेंज, कहा 'वर्चस्व तो बनाया लेकिन विकास के मामले में...'
हथकड़ी में नामांकन दाखिल करने पहुंचे इस प्रत्याशी ने भाई वीरेंद्र को किया चैलेंज, कहा 'वर्चस्व तो बनाया लेकिन विकास के मामले में...'

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग और टिकट वितरण को लेकर घमासान मचा हुआ है। हालांकि NDA हो या महागठबंधन दोनों ही गठबंधन में कुछ उम्मीदवारों का टिकट पहले से ही फाइनल है क्योंकि माना जाता है कि मैदान में उतरने के बाद जीत सुनिश्चित है। राजद में भी कुछ ऐसे ही उम्मीदवार हैं जिनमें मनेर विधायक भाई वीरेंद्र का भी नाम शामिल है। वैसे तो इस सीट पर अन्य दल भी अपने उम्मीदवार उतार रही है तो दूसरी तरफ निर्दलीय भी मैदान में उतर रहे हैं। मंगलवार को एक निर्दलीय प्रत्याशी ने भी भाई वीरेंद्र को चुनौती देते हुए अपना नामांकन का पर्चा भरा है और इसमें सबसे खास बात है कि यह प्रत्याशी जेल से निकल कर नामांकन दाखिल करने आया था।
इस प्रत्याशी का नाम है विकास कुमार उर्फ़ डीकेश सिंह जो फ़िलहाल बेउर जेल में एक हत्याकांड में बंद है। मंगलवार को वह बेउर जेल से हथकड़ी में दानापुर अनुमंडल कार्यालय पहुंच कर अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उसके समर्थकों ने जीत सुनिश्चित बताई। जेल से हथकड़ी में नामांकन दर्ज करने पहुंचे प्रत्याशी को देखने वाले के साथ ही समर्थकों की भारी भीड़ अनुमंडल कार्यालय में जुट गई। हालांकि इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रखा था और भीड़ को मौके से हटाया।
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इस दौरान विकास कुमार उर्फ़ डीकेश सिंह ने खुद को कोइरी, कुर्मी और वंचित वर्ग का सच्चा प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि मनेर क्षेत्र में वर्षों से भाई वीरेंद्र और पूर्व विधायक श्रीकांत निराला का वर्चस्व रहा है लेकिन विकास के नाम क्षेत्र की लगातार उपेक्षा की गई। उन्होंने कहा कि मैं अभी जिस आरोप में जेल में बंद हूँ उस मामले में मुझे राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है। मेरे साथ परिस्थिति चाहे जैसी भी हो लेकिन मैं जनसेवा का अपना अभियान लगातार जारी रखूंगा।
पटना से पशुपति नाथ शर्मा की रिपोर्ट