सुशील मोदी का निधन अपूर्णीय क्षति

उपमुख्यमंत्री सिन्हा ने कहा सुशील मोदी का पूरा सार्वजनिक जीवन शुचिता ,संगठन और समाज के प्रति समर्पित जीवन था । वे राज्य ही नहीं बल्कि देश के उन थोड़े से नेताओं में थे जिनकी सामाजिक-राजनीतिक विषयों और प्रशासनिक मामलों की इतनी गहरी समझ हो । वे भाजपा के उन नेताओं की पीढ़ी के अग्रणी नेताओं में थे जिन्होंने पार्टी को सड़क से सत्ता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई । भ्रष्टाचार,अपराध और प्रशासनिक अराजकता के विरूद्ध जो प्रतिबद्धता और निर्भीकता मैंने उनमें देखी वह आज दुर्लभ है ।2005 में राज्य में जो सत्ता परिवर्तन हुआ उसमें सुशील मोदी के जुझारू नेतृत्व की भी महत्त्वपूर्ण भूमिका थी । वे लोकतंत्र के चारों सदनों का प्रतिनिधित्व करने वाले देश के चंद नेताओं में से एक थे ।
श्री सिन्हा ने कहा कि सुशील जी से मेरा पिछले 35 वर्षों का संबंध था । उनके नेतृत्व मैंने 1989 में एक बूथ कार्यकर्ता के सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की फिर जब वे प्रदेश अध्यक्ष बने तब भी उनके साथ काम करने का मौका मिला । आगे चलकर हम एकसाथ राज्य के मंत्रिपरिषद में भी रहे । उनसे सार्वजनिक जीवन में गरिमा, मर्यादा और सहजता के साथ आम लोगों के प्रति जिम्मेदार होने की जो सीख मिली वह मेरे जैसे भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए अनमोल पूंजी है । इस रूप में सुशील जी हम सबके बीच अनुपस्थित होकर भी सदा उपस्थित रहेंगे ।