कभी नक्सलियों के खौफ से घर से नहीं निकलते थे मतदाता, जमुई में खुल कर किया मतदान...
कभी नक्सलियों के खौफ से घर से नहीं निकलते थे मतदाता, जमुई में खुल कर किया मतदान...
जमुई: कभी नक्सलियों के खौफ से थर्राने वाले जमुई में अब लोकतंत्र की गूंज सुनाई दे रही है। मंगलवार को बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान में जमुई में लोगों ने बढचढ कर मतदान में हिस्सा लिया। मंगलवार की सुबह 7 बजे मतदान प्रक्रिया शुरू होने से लेकर शाम के 5 बजे तक लोगों की कतार मतदान केन्द्रों पर लगी रही और लोग बेख़ौफ़ हो कर अपने मताधिकार का उपयोग कर रहे थे। जमुई के 4 विधानसभा सीट पर 41 प्रत्याशियों की किस्मत अब EVM में कैद हो चुकी है।
जमुई के चार विधानसभा क्षेत्र में 1595 बूथ पर मतदाताओं ने जम कर मतदान किया। शाम 5 बजे तक के जारी आंकड़ों के अनुसार जमुई में कुल 67.81 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। जमुई के चकाई विधानसभा में 70.54 प्रतिशत, जमुई में 65.57 प्रतिशत, झाझा में 70.76 प्रतिशत और सिकंदरा में 63.93 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान के दौरान प्रत्याशियों के दिलों की धडकन काफी तेज रही।
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बिहार विधानसभा चुनाव का मतदान संपन्न शांतिपूर्ण संपन्न हो जाने के बाद अब सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 14 नवंबर को मतगणना के बाद होगा। हालांकि मतदान संपन्न होने के बाद प्रत्याशी अब मतदाताओं से उनके मनपसंद प्रत्याशी की जानकारी लेने की कोशिश में जुट गए हैं। फ़िलहाल 14 नवंबर को होने वाले मतगणना पर अब प्रत्याशियों सहित कार्यकर्ताओ की नजरें टिक गई है। बता दें कि कभी नक्सलियों का गढ़ माना जाने वाला जमुई में मतदाता अपना वोट डालने के लिए डर की वजह से मतदान केन्द्रों तक नहीं जाते थे। इसके साथ ही विभिन्न मतदान केन्द्रों पर अक्सर हिंसा की भी खबरें आती थी लेकिन इस बार मतदान बिल्कुल शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और लोगों ने भी बढचढ कर हिस्सा लिया।
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जमुई से धनंजय कुमार की रिपोर्ट