जब साइबर अपराधियों की टीम साइबर थानेदार को ही झांसे में लेने की कोशिश की, फिर..

Desk- साइबर अपराधियों का जल लगातार बढ़ता जा रहा है बिहार के नवादा में साइबर अपराधियों ने साइबर थाना के अध्यक्ष और डीएसपी को ही अपना निशाना बनाने की कोशिश की पर इस कोशिश में हुए फैलियर हो गए और खुद पुलिस की गिरफ्त में आ गए.. पुलिस ने साला बहनोई समेत खुलना साइबर अपराधियों को पकड़ा है. इनके पास से मोबाइल समेत कई अन्य सामान भी बरामद किए गए हैं.
मिली जानकारी के अनुसार साइबर अपराधियों ने लोन दिलाने के बहाने ठगी करने के लिए नवादा की साइबर डीएसपी सह साइबर थानाध्यक्ष प्रिया ज्योति को ही फोन लगा दिया. महिला डीएसपी से बात करने के लिए साइबर ठग गिरोह ने अपने एक महिला सदस्य को ही काम पर लगाया. शुरू में महिला ने बात की और कुछ ही देर में लोन दिलाने की बात कही. महिला डीएसपी ने हामी भरते हुए बात को आगे बढ़ाई फिर गिरोह के अन्य सदस्य बात करने लगे और 5 मिनट में 5 लाख का लोन दिलाने की बात कही और इसके एवज में कुछ राशि की मांग की.
इस बीच साइबर डीएसपी प्रिया ज्योति गिरोह के सदस्यों से बात करते हुए अपनी पुलिस टीम को अलर्ट कर दिया और मोबाइल लोकेशन के आधार पर इनका जगह ट्रेस कर लिया, फिर विशेष टीम बनाकर वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के चकवाय गांव में छापेमारी की गई. इसमें 9 ठगों को गिरफ्तार कर लिया. इसमें एक महिला भी शामिल हैं.
गिरफ्तार तो में जीजा और साला अमित कुमार और पुष्पांजय भी शामिल है. दोनों ने डीएसपी को कॉल कर लोन दिलाने का प्रलोभन दिया था. इसके साथ ही वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के चकवाय गांव निवासी प्रमोद कुमार, ज्योतिष कुमार,अमित कुमार, मीर बिगहा के सुधांशु कुमार, पारस कुमार और भवानी बिगहा के धीरज कुमार,सौरभ महतो, विजय सिंह की पत्नी रेणु देवी और कौआकोल थाना क्षेत्र के खैरा गांव के पुष्पांजय कुमार को पकड़ा गया है. इनके पास से 19 मोबाइल, एक कार, दो बाइक, दो आधार कार्ड, दो पासबुक, एक पैन कार्ड, एक चेक बुक, एक वोटर कार्ड और चार सिम कार्ड बरामद किए गए हैं.