जब PM मोदी वाराणसी के लिए बाहरी नहीं तो..., नबीनगर में नामांकन के बाद चेतन आनंद ने कहा 'मेरा बचपन तो...'
बिहार विधानसभा चुनाव में शिवहर के विधायक चेतन आनंद की सीट बदल गई है. शुक्रवार को नबीनगर विधानसभा सीट से नामांकन के बाद उन्होंने कहा कि जब शिवहर से आ रहा था तो वहां के लोग भावुक थे लेकिन यहां आने के बाद...

औरंगाबाद: पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन और शिवहर की सांसद लवली आनंद के बेटे तथा शिवहर के विधायक चेतन आनंद ने JDU की टिकट पर औरंगाबाद के नबीनगर सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ हजारों समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मां लवली आनंद भी मौजूद रही। नामांकन के बाद चेतन आनंद ने कहा कि नबीनगर में ही मेरा बचपन बीता है, यहां मेरे कई अभिभावक हैं जिनकी गोद में मैं खेल कर बड़ा हुआ हूँ। यह पल मेरे लिए काफी भावुक करने वाला है कि जहां मेरा बचपन बीता आज वहां से मैं विधायक पद के लिए उम्मीदवार बना हूँ। मुझे जितना शिवहर के लोग पसंद करते हैं और चाहते हैं उतना ही नबीनगर के लोग भी चाहते हैं। जब मैं शिवहर से यहां आ रहा था तो वहां के लोग भावुक थे और जब यहां नबीनगर के लोगों के बीच आया हूँ तो मैं खुद भावुक हूँ।
उन्होंने बाहरी और स्थानीय के सवाल के जवाब में कहा कि जब वाराणसी के लिए प्रधानमंत्री मोदी बाहरी नहीं हैं तो मैं भी यहां के लिए बाहरी नहीं हूँ। मेरी मां पहले यहां से विधायक रह चुकी हैं और इस वजह से मेरा बचपन नबीनगर में ही बीता है। मैं यहां की गलियों में खेला हूँ और पला बढ़ा हूँ तो फिर इस जगह के लिए मैं बाहरी कैसे हो सकता हूँ। मुझे यहां के मेरे अभिभावकों ने गोद में खिलाया है। आप उनलोगों से जा कर पूछिए कि जिस बच्चे को उन्होंने अपने गोद में घुमाया है अपने हाथों से खिलाया है क्या वह उनके लिए बाहरी है?
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