सड़क नहीं बनी तो गड्ढे में जमे पानी में रोप दिया धान, फिर ऐसे किया विरोध

बिहार में इन दिनों लगभग सभी जिलों में मानसून सक्रीय बना हुआ है. बारिश का मौसम आने से पहले प्रशासन की तरफ सड़क और नालों की व्यवस्था को लेकर वैसे तो कई तरह के दावे किये जाते हैं लेकिन, कुछ दिनों की बारिश में प्रशासन के दावों की पोल खुलते देर नहीं लगती है. इस बीच खबर छपरा से है जहां के बनियापुर प्रखंड के दाढ़ी बाड़ी से भट्ठी जाने वाली सड़क जर्जर होने से ग्रामीणों के लिए परेशानी बनी हुई है. इसे लेकर ग्रामीणों के बीच जबरदस्त आक्रोश भी भरा हुआ है. वहीं, गुस्से में आक्रोशित लोगों ने सड़क के गड्ढे में जमे पानी में धान रोप कर विरोध जताया है.
बताया जा रहा कि, प्रखंड मुख्यालय के समीप स्थित डादीबादी से मिट्टी जाने वाली ग्रामीण सड़क इन दिनों काफी जर्जर स्थिति में है. सड़क पर जगह-जगह जलजमाव की वजह से राहगीरों का चलना मुश्किल हो गया है. जर्जर सड़क पर यात्रा के दौरान आये दिन राहगीर दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं. जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों द्वारा सड़क की मरम्मत को लेकर कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है. जिससे स्थानीय लोग काफी आक्रोशित हैं. ग्रामीणों ने बताया कि, लगभग 10 किलोमीटर लंबी सड़क प्रखंड के सतुआ, धनगरहा, कमता, रामधनाव एवं भिठ्ठी पंचायत के दर्जनों गांवों को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने के साथ-साथ इशुआपुर, मशरख और मढ़ौरा प्रखंड को भी जोड़ती है.
जिस वजह से इस सड़क पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोगों का आना-जाना रहता है. ऐसे में सड़क पर बने गड्ढे में जलजमाव होने और बिखरे रोड़े की वजह से बाइक चालक अक्सर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं, वहीं, रात्रि के समय सड़क पर चलना तो और मुश्किल हो जाता है. सड़क पर धनगरहा गांव के समीप धमई नदी पर बना ब्रिटिशकालीन पुलिया भी काफी समय से जर्जर होने की वजह से खतरों को निमंत्रण दे रहा है. इसके लिये कई बार आवाज भी उठाई गयी. लेकिन इसका कोई निदान नहीं निकल पाया और दशकों से यह समस्या यथवत बनी हुई है.