Jamui:- संप्रदायिक हिंसा मामले में जमुई पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. जिले के एसपी मदन कुमार आनंद ने संबंधित पुलिस की पूरी गश्ती टीम को निलंबित कर दिया है, स्थिति समान्य होने के बाद इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है.वही इस मामले में अब तक करीब 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है 'हिंदू शेरनी' नाम से फेमस सोशल मीडिया संचालित करने वाली खुशबू पांडे को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
मलयपुर थाना क्षेत्र के खुशबू पांडे को घर से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है. खुशबू पांडे की गिरफ्तारी के लिए गिद्धौर, झाझा, बरहट और मलयपुर थाने की संयुक्त रूप से टेक्निकल टीम गठित की गई थी. पुलिस के मुताबिक मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया है. खुशबू पांडे पर हिंसा भड़काने का आरोप है.दरअसल खुद को 'हिंदू शेरनी' कहने वाली खुशबू पांडे जमुई के मलयपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली है. वह 'हिंदू स्वाभिमान संगठन' की संयोजिका भी है. वह सोशल मीडिया पर भड़काऊ भाषण देकर आए दिन विवादों में रहती है.
पूरे मामले पर जमुई पुलिस अधीक्षक मदन कुमार आनंद ने बताया कि झाझा थाना अंतर्गत बलियाडीह
गांव में दो समुदाय के बीच झड़प हुई थी, जिसमें दो-तीन लोग घायल हो गए थे. गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त किया गया था. एक समुदाय के लोग हनुमान चालीसा पाठ के लिए बलियाडीह गांव में जमा हुए थे. कुछ स्थानीय ग्रामीण लोग और कुछ बाहरी लोग भी वहां मौजूद थे. वापसी के क्रम में झाझा थाना को सूचना मिली कि मस्जिद के पास से लोग गुजरे तो नाराबाजी की है. सूचना के बाद पुलिस की गस्ती टीम मौके पर पहुंची थी लेकिन किसी भी प्रकार की कोई सूचना वरीय पदाधिकारियों को नहीं दी. गस्ती पुलिस पार्टी ने लोगों को समझाया कि दूसरे रास्ते से चले जाएं लेकिन जब लोग नहीं माने तो आगे रहकर लोगों को वहां से निकालने का प्रयास करने लगी. इसी दौरान झड़प हो गई.SP ने बताया कि एक प्राथमिकी गांव के लोगों के बयान पर दर्ज किया गया है. जिसमें 41 लोगों को नामजद किया गया है. अन्य 50-60 लोगों पर भी केस दर्ज हुआ है. उसमें से 8 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं दूसरी प्राथमिकी भी दर्ज हुई है. जिसमें बिना बिना अनुमति के जुलूस-जमावड़ा लगाने और आपत्तिजनक नारा लगाने के साथ-साथ विद्वेष फैलाने की कोशिश करने का आरोप है.दोनों मामले में कार्रवाई चल रही है. अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. घटना वाले गांव में भी शांति समिति की बैठक की गई है. अभी मामला पूरी तरह से शांतिपूर्ण है. समय रहते सीनियर अधिकारी को सूचना नहीं देने की वजह से एक हस्ती टीम को निलंबित कर दिया गया है.