बिहार में इन दिनों केके पाठक की सख्ती और कार्यों को लेकर भले ही कुछ लोग उनके विरोध में हों, लेकिन कईयों ने उनकी सरहाना भी की है. कई बच्चे तो उनके जबसदस्त फैन हो गए हैं. उन्हीं बच्चों में शामिल है गया का नन्हा तबला वादक शाश्वत, जो इन दिनों अपने गीत के जरिए केके पाठक की खूब तारीफ कर रहा है. वह सरकारी स्कूलों में तबले की थाप पर गीत गाकर केके पाठक का गुणगान करता है और बच्चों को स्कूल जाने की प्रेरणा देता है. खास बात ये है कि गीत वो खुद ही लिखता है.
केके पाठक का जबरा फैन है शाश्वत
बोधगया का रहने वाला शाश्वत शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का फैन है. इन दिनों वह केके पाठक का खूब गुणगान कर रहा है. केके पाठक द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए उसने गीत भी लिखे हैं. सरकारी स्कूलों में पहुंचकर केके पाठक जिस तरह तरह नए नियमों और कार्यों को लागू करा रहे हैं, उसे ये बच्चा अपनी आवाज में गाकर सुनाता है.
केके पाठक के कामों पर लिखे गीत
शाश्वत अपर मुख्य सचिव केके पाठक से काफी प्रभावित है और उनका जबरदस्त फैन है. फैन बनने की पीछे की वजह वो केके पाठक द्वारा बिहार में शिक्षा को लेकर किए गए कार्य को बताता है. फिलहाल शाश्वत ने केके पाठक पर कई गीत भी लिखे हैं और लोगों तक पहुंचा भी रहे हैं. केके पाठक के फैन शाश्वत सरकारी स्कूलों में भी पहुंच रहे हैं और उनका गुणगान कर रहे हैं.
तबले की थाप सुनकर मंत्रमुग्ध होते हैं लोग
बोधगया के शाश्वत मशहूर तबला वादक भी हैं. काफी नन्ही उम्र में ही उनकी उंगलियां तबले पर जादू करती हैं. इनके तबले की थाप सुनकर लोग मंत्रमुग्ध रह जाते हैं. इन दिनों तबले की थाप पर ही शाश्वत केके पाठक का गाना गाकर उनकी तारीफ करने में लगे हैं. वो अपर मुख्य सचिव के गुणगान के साथ-साथ बच्चों को रोज स्कूल जाने के लिए प्रेरित भी करते हैं. स्कूलों में बच्चे और शिक्षक बड़े इस गीत को बड़े चाव से सुनते हैं. जिसमें वो कहते हैं- 'पाठक जी का कहना मानो, बिहार में गौरवशाली शिक्षा वापस आई..'
'बिहार की गौरवशाली शिक्षा वापस आई'
इस संबंध में नन्हा तबला वादक शाश्वत बताता है कि वो केके पाठक जी का जबरदस्त फैन है. वो बिहार में गौरवशाली शिक्षा को वापस लाए हैं. इससे वह काफी प्रभावित हुआ. इसीलिए उसने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक पर कई गाने लिखे. जिसमें 'पाठक जी का कहना मानो' और 'बिहार की गौरवशाली शिक्षा वापस आई' की खूब चर्चा हो रही है. शाश्वत का कहना है कि केके पाठक सही हैं. उनको फॉलो किया जाना चाहिए.
शाश्वत का केके पाठक को लेकर कहना है कि उन्होंने बीपीएससी समेत और परीक्षाएं ली, बहालियां निकाली हैं. टीचर की समस्याएं कम हुई हैं. बच्चों को आगे बढ़ता देखना चाहते हैं. मैं तबला वादक हूं. अपनी कला के माध्यम से केके पाठक का गुणगान कर रहा हूं. केके पाठक का मैं फैन इसलिए हूं, कि वह नित्य नए-नए काम कर रहे हैं, निर्देश दे रहे हैं, जो सही है. वास्तव में केके पाठक ने बिहार में गौरवशाली शिक्षा को वापस लाए हैं.
मशहूर तबला वादक है नन्हा बालक
नन्हा बालक शाश्वत मशहूर तबला वादक है. यह अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव, झारखंड महोत्सव समेत कई कार्यक्रमों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुका है. कई पुरस्कार भी इसने पाए हैं. इस बीच अपनी प्रतिभा के साथ उसने केके पाठक के गुणगान के गाने भी लिखे हैं और उसे सरकारी विद्यालयों में गाकर केके पाठक की तारीफ कर रहा है. वो बच्चों को भी शिक्षा के प्रति प्रेरित कर रहा है. शाश्वत रोज स्कूल जाने की बात की प्रेरणा तबले की थाप पर गाना गाकर देता है.