Desk- बिहार के औरंगाबाद जिले में 37 BPSC शिक्षकों को एक साथ नौकरी से निकाल दिया गया है. इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने आदेश जारी कर दिया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी के आदेश के बाद इन शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है. बीपीएससी से इन्हें नौकरी मिलने के बाद पूरे परिवार में जो उत्साह का माहौल था अब वहां एक तरह से मातम सा अच्छा गया है.
यह सभी शिक्षक बिहार से बाहर के रहने वाले हैं और इन्हें नौकरी से हटाने का निर्णय हाईकोर्ट के उस फैसले के आधार पर किया गया है जिसमें किसी भी तरह के आरक्षण का लाभ बिहार के बाहर अभ्यर्थियों को देना गैर कानूनी बताया गया था. हाई कोर्ट के आदेश के बाद इन सभी शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया था और अपने संबंध में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था. नौकरी से निकाले गए अधिकांश बीपीएससी शिक्षक महिला है और इन्हें पुरुषों के मुकाबले 5 फीसदी कम रहने के बावजूद महिला कोटा के तहत नौकरी दी गई थी. इसके खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. हाई कोर्ट में स्पष्ट किया कि किसी भी तरह के आरक्षण का लाभ सिर्फ राज्य के निवासी को ही दिया जा सकता है बाहरी को नहीं. जिन शिक्षकों की नौकरी गई है उनकी सूची नीचे है..
औरंगाबाद की तरह ही कई अन्य जिलों के सैकड़ो शिक्षकों की नौकरी जा चुकी है और काफी संख्या में लोगों को नोटिस भी मिला हुआ है. दूसरे प्रदेशों के इन अभ्यर्थियों को जब बिहार में शिक्षक की नौकरी मिली थी तो यहां के सरकार की काफी तारीख इन लोगों ने की थी लेकिन अब इनकी नौकरी जा रही है तो कहीं न कहीं सरकार और परीक्षा लेने वाली बिहार लोक सेवा आयोग के प्रति इनके मन में नाराजगी है कि अगर इन्हें किसी भी तरह के आरक्षण का लाभ नहीं मिलना था तो फिर परीक्षा के दौरान और रिजल्ट के समय इस बात पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया. कई मां की नौकरी के बाद इन्हें बाहर निकाला जा रहा है. उनके करियर को खत्म करने की कोशिश की जा रही है.