DESK- शिक्षा विभाग के एक आदेश से स्कूल के प्रधानाध्यापक समेत सभी शिक्षकों के 7 दिनों का वेतन काट लिया गया है... इस आदेश से स्कूल के शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है वहीं उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर वे करें तो क्या करें...
यह मामला भागलपुर जिले के नवगछिया का है. यहां के शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने आदेश जारी किया है. यह आदेश नवगछिया प्रखंड के नगरह मध्य विद्यालय के लिए जारी हुआ है. इस आदेश में लिखा गया है कि दिनांक 16 मई को स्कूल का निरीक्षण 11:30 बजे किया गया था. इस निरीक्षण के दौरान स्कूल में एक भी बच्चा नहीं मिला, इसका मतलब है कि स्कूल के प्रधान शिक्षक समेत अन्य शिक्षकों की रुचि स्कूल के पठन-पाठन को लेकर सही नहीं है. विभाग शिक्षकों के इस रवैया को लापरवाही मानती है.इसलिए स्कूल के प्रधान शिक्षक समेत सभी शिक्षकों के 7 दिन का वेतन काटने का आदेश निर्गत किया जा रहा है.
बताते चलें कि गर्मी की छुट्टी के बाद 16 मई से ही स्कूल नियमित रूप से खुली है. स्कूल का समय मॉर्निंग 6 से दोपहर 1:30 तक रखा गया है. सभी बच्चों को सुबह 6 बजे से दोपहर 12 तक स्कूल में उपस्थित रहना है, वही 12 बजे के बाद मिशन दक्ष के तहत कमजोर बच्चों को यहां के शिक्षक पठन-पाठन कराएँगे और शिक्षक 1:30 बजे स्कूल छोड़ेंगे. हालांकि शिक्षा विभाग के इस आदेश का विरोध भी हो रहा है, और इसी विरोध के बीच स्कूल में बच्चा नहीं रहने की वजह से प्रधानाध्यापक समेत सभी शिक्षकों के 7 दिन के वेतन की कटौती कर ली गई है. 7 दिनों के वेतन की कटौती किसी भी कर्मचारी के लिए बहुत बड़ा दंड माना जा सकता है.