राजधानी पटना के खुसरूपुर प्रखंड के शफीपुर प्राथमिक विद्यालय में फाइलेरिया की दवा खाने से देखते ही देखते 9 छात्र और छात्राएं बीमार पड़ गई. इसकी सूचना जैसे ही बच्चों के परिजनों को मिली उसके बाद सभी परिवार के लोग और ग्रामीणों ने मिलकर इस घटना को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया. आनन-फानन में इसकी सूचना खुसरूपुर थाना को दी गई. जिसके बाद मौके पर पुलिस ने पहुंचकर लोगों को समझाया तब जाकर मामला शांत हुआ.
आनन-फानन में सभी बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां छात्र और छात्राओं का इलाज कर स्थिति को नियंत्रण में लाया गया. दरअसल, सरकार द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार स्कूली बच्चों को फाइलेरिया की दावा और पेट के कीड़े मारने की दवा एल्बेंडाजोल खिलाया गया था. 9 बच्चों को दवा दिया ही गया था कि एक बाद एक बच्चे बीमार होने लगे. उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. तबीयत को बिगड़ते देख विद्यालय के प्रिंसिपल तब्बासुम प्रवीण ने इसकी सूचना आनन-फानन में खुसरूपुर सरकारी अस्पताल को भेजा. एंबुलेंस से सभी बीमार बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. जहां, इलाज के बाद सभी बच्चे बिलकुल ठीक और स्वस्थ बताए गए.
बीमार बच्चों में सुनीता कुमारी, खुशी कुमारी, आरती कुमारी, रानी कुमारी, विष्णु कुमार, गोलू कुमार, वैष्णवी कुमारी, अनुज कुमार, अंजली कुमारी शामिल है. फिलहाल, सभी बच्चे स्वस्थ हैं. इसके साथ ही सभी छात्राओं को घर भेज दिया गया है. वहीं, इस संबंध में अस्पताल की डॉक्टर सुमित्रा ने बताया कि, विद्यालय में सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार ही दवा दी गई है. जबकि अमूमन इस दवा के प्रयोग से इस तरह का रिएक्शन कभी-कभी होता है. यह भी एक तरह से सामान्य बात है. इस मामले में घबराने की कोई जरूरत नहीं है.
पटना सिटी से सुधांशू रंजन की रिपोर्ट