Patna - अब बिहार के जिला शिक्षा पदाधिकारी(DEO) और स्कूलों का निरीक्षण करने वाले निरीक्षी पदाधिकारी के खिलाफ निलंबन और विभागीय कार्रवाई की जाएगी, इस कार्रवाई को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव(ACS )एस सिद्धार्थ ने चेतावनी जारी की है.
राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखकर अपर मुख्य सचिव एएस सिद्धार्थ ने यह चेतावनी दी है. इस पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कई शिक्षक ईमानदारी और तत्परता से काम कर रहे हैं जिसकी वजह से शिक्षण व्यवस्था बेहतर हो रही है और इसमें लगातार सुधार हो रहा है लेकिन अभी भी कई शिक्षक ऐसे हैं जो सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं.इन शिक्षकों का उद्देश्य बच्चों को पढ़ाना और बेहतर पठन-पाठन नहीं होकर सिर्फ अपनी समय से हाजिरी लगाना रहता है. कई शिक्षक सुबह 9:00 बजे स्कूल जाकर हाजिरी लगा लेते हैं और फिर स्कूल से गायब हो जाते हैं फिर छुट्टी के समय जाकर हाजिरी लगाते हैं. शिक्षकों की इस लापरवाही और मनमानी में कई प्रधानाध्यापक और स्कूल का निरीक्षण करने वाले अधिकारियों की भी मिले भगत सामने आई है इसलिए अब विभाग शिक्षकों के साथ ही निरीक्षण करने वाले पदाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी. इन्हें भी निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी.
दरअसल शिक्षा विभाग ने गुप्तचर के रूप में कई लोगों को लगाया था जो करीब एक माह तक अलग-अलग स्कूलों एवं इलाकों का भ्रमण कर गुप्त तरीके से स्कूलों में चल रही गतिविधि और लापरवाही की विशेष रिपोर्ट बनाई है जिसमें कहा गया है कि कई शिक्षक काफी बेहतर काम कर रहे हैं वहीं जो घर के आसपास शिक्षक पदास्थापित हैं उनकी शिकायतें ज्यादा हैं. वे स्कूल आकर समय पर हाजिरी बना लेते हैं और फिर बहाना बनाकर स्कूल से घर चले जाते हैं अपना निजी काम निपटाते हैं और फिर छुट्टी के समय स्कूल जाकर हाजिरी बना लेते हैं. वही निरीक्षण करने वाले कई पदाधिकारी भी खानापूर्ति कर रहे हैं और शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापक की लापरवाही को उजागर करने के बजाय उनके हित में रिपोर्ट कर रहे हैं. कई जिले के शिक्षा पदाधिकारी भी सब कुछ जानते हुए भी अंजान बने हैं इसलिए अब निरीक्षण पदाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी. अपर मुख्य सचिव का पत्र इस प्रकार है -