Muzaffarpur -फर्जी रेल टिकटों के जरिए रेलवे और यात्रियों को चूना लगाने वाले गिरोह के चार शातिरों को पकड़ा गया है. मुजफ्फरपुर आरपीएफ की टीम ने पटना के गौरैया टोला के शांति होटल के एक कमरे से धर दबोचा। यह गिरोह कम दूरी के जरनल टिकट पर टेम्परिंग करके रेलवे को करोड़ों का चूना पिछले दो वर्षों से लगा रहा था।
इस गिरोह के गिरफ्तार चारों शातिरों की पहचान मुजफ्फरपुर जिले के पारू थाना क्षेत्र के उमेश साहनी, सरैया थाना क्षेत्र के दशरथ साहनी, संतोष साह और वैशाली जिले के बेलसर थाना क्षेत्र के बिगु राम के रूप में हुई है। यह चारों कम दूरी के जरनल टिकट पर टेम्परिंग करके उसे लम्बी दूरी में बदल कर यात्रियों को बेच रहे थे। इनके पास से 45 जरनल टिकट, स्टेशनों और किराए की 125 मोहरें समेत काफी सामान बरामद हुआ है।
आरपीएफ प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि पिछले दो साल से फर्जी टिकटों का धंधा मुजफ्फरपुर,पटना, दरभंगा,समस्तीपुर और बरौनी में फल फूल रहा था। ये शातिर रोजाना डेढ़ से दो सौ टिकटों पर टेम्परिंग करके यात्रियों को बेचते थे। इससे रेलवे को आर्थिक नुकसान हो रहा था। साथ ही यात्री फर्जी टिकट के साथ पकड़ा जाता तो उस पर भी जुर्माने की कार्रवाई हो रही थी। उन्होंने बताया कि काफी समय से इनकी तलाश की जा रही थी। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे कम दूरी के जरनल रेल टिकट खरीदते थे। मसलन पहले ये लोग मुजफ्फरपुर से रामदयालु या फिर कांटी का टिकट लेते थे। टिकट की कीमत 10 रुपए से अधिक नहीं है। इसके बाद ये लोग उसी टिकट पर ब्लेड के जरिए जगह का नाम, किलोमीटर और किराया मिटा देते थे। फिर उस टिकट पर एक से दो सेंटीमीटर की मोहरों के जरिए जगह, किराया और किलोमीटर भरते था। उस टिकट को यात्रियों को बीस पच्चीस रुपये कम में बेचते थे। आरपीएफ को इनके पास से 125 छोटी-छोटी मोहरें मिली है। जिन पर किलोमीटर, स्टेशनों के नाम और किराया लिखा हुआ है।
मुजफ्फरपुर से मुकेश ठाकुर की रिपोर्ट