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रेल दंडाधिकारी न्यायालय की बहाली समेत कई मांगों पर अधिवक्ताओं का हल्ला बोल।

नरकटियागंज में विधिज्ञ संघ ने अपनी मांगों को लेकरहड़ताल किया। न्यायालय भवन निर्माण में देरी, आपराधिक मामलों की सुनवाई और रेल दंडाधिकारी न्यायालय को पुनः चालू करने की मांग को लेकर अधिवक्ता 2 दिवसीय कलमबद्ध हड़ताल पर उतरे हैं।

Advocates protest on several demands including restoration o
रेल दंडाधिकारी न्यायालय की बहाली समेत कई मांगों पर अधिवक्ताओं का हल्ला बोल।- फोटो : Darsh News

पश्चिम चम्पारण:  नरकटियागंज में विधिज्ञ संघ द्वारा अपनी लंबित मांगों को लेकर दो दिवसीय कलमबद्ध हड़ताल शुरू कर दी गई है। शनिवार सुबह बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं ने संघ कार्यालय से जुलूस निकालकर व्यवहार न्यायालय परिसर और अनुमंडल कार्यालय तक मार्च किया। इस दौरान वकीलों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा शीघ्र मांगों की पूर्ति की चेतावनी दी। हड़ताल के कारण अदालत में काम प्रभावित रहा, जिससे आम लोगों के कार्य ठप पड़े रहे और उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

संघ के अध्यक्ष राजीव वर्मा ने बताया कि नरकटियागंज में व्यवहार न्यायालय भवन निर्माण की प्रक्रिया वर्ष 2015 में शुरू की गई थी। इसके लिए प्रशासन द्वारा जमीन भी चिन्हित कर ली गई थी। इतना ही नहीं सरकार ने 38 करोड़ रुपये भी विमुक्त कर दिए, लेकिन इसके बाद आज तक भवन निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि भवन के अभाव में न्यायालय का कार्य प्रभावित हो रहा है, साथ ही लोगों को न्याय मिलने में देरी हो रही है।

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राजीव वर्मा ने यह भी कहा कि अपराधिक मामलों का विचारण वर्षों से लंबित है। अपराध से जुड़े केसों की सुनवाई शुरू कराने के लिए संघ बार–बार प्रशासन से मांग कर चुका है, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गई। वहीं रेल दंडाधिकारी न्यायालय को उसके मूल स्थान पर पुनः चालू करने की भी मांग अधिवक्ताओं ने की है। विधिज्ञ संघ के महासचिव लक्ष्मण प्रसाद ने कहा कि यदि प्रशासन और वरीय न्यायालय जल्द समाधान नहीं करते हैं, तो संघ बड़ा आंदोलन शुरू करने को मजबूर होगा। उन्होंने बताया कि न्यायिक ढांचा मजबूत होने से आम जनता को सीधा लाभ मिलेगा और न्याय व्यवस्था बेहतर होगी। दो दिवसीय हड़ताल के दौरान किसी भी मामले में अधिवक्ता कलमबद्ध रहेंगे और न्यायिक कार्य पूरी तरह प्रभावित रहेगा।

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 बेतिया से आशिष कुमार की रिपोर्ट।

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