Patna :- बिहार भवन निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर तारिणी दास के कई ठिकानों पर ED छापेमारी की छापेमारी में 3 करोड़ की नगदी समेत कई अवैध संपत्तियों का खुलासा हुआ है इसके बाद बिहार सरकार ने इंजीनियर तारिणी दास के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी संविधान रद्द कर दी है और विभागीय कार्रवाई शुरू करने की बात कही है. इसको लेकर भवन निर्माण विभाग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है. के अधिसूचना के अनुसार इंजीनियर तारिणी दास पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. इसमें विभाग के आदेशों की अवहेलना के साथ ही ED द्वारा की गई कार्रवाई की चर्चा की गई है. भवन निर्माण विभाग की अधिसूचना इस प्रकार है -
बताते चलें कि तारिणी दास को रिटायरमेंट के बाद संविदा के आधार पर एक्सटेंशन दिया गया था. उसे दौरान भी विपक्षी दल के द्वारा सरकार पर सवाल उठाए गए थे और जब ED ने तारिणी दास के ठिकानों पर छापेमारी की थी, तब विपक्षी दल आरजेडी के नेताओं ने तारिणी दास के बहाने बिहार की नीतीश सरकार पर हमला बोला था.पार्टी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा था कि “मुख्यमंत्री टायर्ड हैं और राज्य के अंदर रिटायर्ड अधिकारी शासन चला रहे हैं. बिहार भ्रष्टाचार के दलदल में धंसता चला जा रहा है. जहां देखिएगा वहां भ्रष्टाचार की ही बू आती है. डीके टैक्स यूं ही नहीं कहा जाता, इस व्यक्ति की पहुंच देखिए, एक अणे मार्ग तक पहुंच गए. कई मंत्री जो मुख्यमंत्री के इर्द-गिर्द हैं सब लोग इनको पालने-पोषने वाले लोग हैं.”अब सरकार ने इंजीनियर तारिणी दास के खिलाफ कार्रवाई की है.