बिहार के राजगीर में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता का कहीं ना कहीं बिहार के लिए ऐतिहासिक बताया जा रहा था. साथ ही खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने में लोगों का भी पूरा साथ मिला. इस बीच खबर है कि, एक बार फिर से बिहार में खिलाड़ियों की भीड़ जुटने वाली है. दरअसल, हॉकी के बाद बिहार में 2025 में खेलो इंडिया यूथ गेम्स और पैरा गेम्स आयोजित किया जाएगा. इसकी मेजबानी अप्रैल महीने में होगी.
बता दें कि, केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि, यह आयोजन राज्य को देश के खेल नक्शे पर मजबूत करेगा. इसके साथ ही बिहार में खेलो इंडिया पैरा गेम्स का भी आयोजन किया जाएगा. यह आयोजन युवा खेलों के 10-15 दिन बाद होगा. खेल मंत्री मनसुख मंडाविया की माने तो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि खेलो इंडिया गेम्स देश के हर कोने तक पहुंचे. बिहार में यह आयोजन उस सपने को साकार करने की दिशा में एक कदम है. इसके साथ ही खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात भी की थी. मुलाकात की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए पूरी जानकारी दी थी.
खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने लिखा था कि, 'पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से उनके निवास पर भेंट की. महिला एशियन चैंपियनशिप ट्रॉफी के सफल आयोजन पर उन्हें बधाई। मुझे बताते हुए खुशी है की 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025' का आयोजन बिहार में किया जाएगा.' मालूम हो कि, हाल में बिहार ने राजगीर में महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी चैंपियनशिप की सफल मेजबानी की थी. इसमें भारतीय टीम ने चीन को हराकर खिताब जीता था. इन आयोजनों से राज्य के खेल इंफ्रास्ट्रक्चर और प्रतिभाओं को नया प्रोत्साहन मिलेगा. पैरा गेम्स का पहला संस्करण 2022 में दिल्ली में हुआ था। इसे खेलों में समावेशिता और पैरा एथलीटों को प्रोत्साहित करने का बड़ा कदम माना जाता है.
वहीं, अब इसका आयोजन बिहार में होने से राज्य के खेल विकास को नई दिशा मिलेगी. इससे पहले की बात करें तो, खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023 इस साल जनवरी में तमिलनाडु में आयोजित किए गए थे. बता दें कि, बिहार बुनियादी ढांचे को विकसित करने और जमीनी स्तर से एथलीटों को सहायता प्रदान करने की मंत्रालय की योजनाओं का एक अभिन्न अंग है. खेलो इंडिया कार्यक्रम के केंद्र में प्रतिभा विकास है और बिहार खेल विभाग के विकास कार्यक्रमों का भी एक प्रमुख लाभार्थी है.