Muzaffarpur :- बिहार में शिक्षकों के ऑनलाइन अटेंडेंस में फर्जीवाड़ा के बाद अब वार्षिक परीक्षा की कॉपी जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है और जिन छात्रों ने कुछ लिखा भी नहीं उन्हें भी पास कर दिया गया है और जिन्होंने महज दो से तीन सवालों का जवाब दिया उन्हें फर्स्ट क्लास फर्स्ट का अंक दिया गया है, शिक्षा विभाग के अधिकारियों की जांच में इस फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है और अब संबंधित शिक्षक और प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा गया है और जल्द ही इनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई होगी.
फर्जीवाड़ा का यह मामला मुजफ्फरपुर जिले से सामने आया है. कुछ शिक्षकों ने 9 वीं और 11वीं के छात्रों की वार्षिक परीक्षा की कॉपियां जांचे बिना ही उन्हें फर्स्ट डिवीजन से पास कर दिया, इसकी गुप्त सूचना अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ तक पहुंच गई, इसके बाद उन्होंने इस गड़बड़ी की जांच के निर्देश दिए. जिले के 50 से ज्यादा स्कूलों के कॉपियों की जांच DEO DPO और BEO ने खुद की,और इस जांच में कई स्कूलों me शिकायत सही पाई गई है. जांच में पता चला कि छात्रों ने कॉपी में सिर्फ दो सवालों के जवाब लिखे थे, फिर भी उन्हें फर्स्ट डिवीजन से पास कर दिया गया।
जांच रिपोर्ट आने के बाद मुजफ्फरपुर के DEO अजय कुमार सिंह ने संबंधित शिक्षक और उनके स्कूल के प्रधानाध्यापक से आप स्पष्टीकरण मांगा गया है और इस स्पष्टीकरण के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जिन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की बात सामने आई है, उनमें शिक्ष भटौना हाईस्कूल के हेडमास्टर, संस्कृत के टीचर, गणित के शिक्षक और करजा हाईस्कूल के संस्कृत शिक्षक शामिल हैं।