बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय खिलाड़ियों का दमदार परफॉर्मेंस देखने के लिए मिल रहा है. इस मुकाबले में हाल ही में एक तरफ जहां आर अश्विन ने संन्यास लेने का ऐलान किया तो वहीं दूसरी ओर अक्षर पटेल को खेलने का मौका नहीं मिला. बता दें कि, आर अश्विन के संन्यास के ऐलान के बावजूद अक्षर पटेल को मुकाबले में शामिल न करके तनुष कोटियान को किया गया, जो कि कहीं ना कहीं हैरान करने वाला था. हालांकि, कहा गया कि उन्होंने खुद ही अपना नाम बाहर रखने की सिफारिश की थी. लेकिन, अब इसके पीछे की वाजिब वजह भी सामने आ गई है.
दरअसल, भारतीय स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर अपने बेटे हक्ष पटेल की झलक दिखाई, जिसे भारत की राष्ट्रीय टीम की जर्सी पहनाई गई. तीस वर्षीय क्रिकेटर अक्षर ने दिल को छू लेने वाली तस्वीर साझा की जिसमें हक्ष पटेल अपने माता-पिता का हाथ थामे हुए हैं. हक्ष का जन्म 19 दिसंबर को हुआ था. अक्षर ने अपनी पोस्ट में लिखा कि, ‘वह अब भी लेग से ऑफ साइड को समझ रहा है लेकिन हम उसे आप सभी से मिलवाने का इंतजार नहीं कर सकते. दुनिया हक्ष पटेल का स्वागत करो, भारत का सबसे छोटा, फिर भी सबसे बड़ा प्रशंसक और हमारे दिल का सबसे खास टुकड़ा.’
वहीं, अक्षर पटेल ने विराट कोहली और रोहित शर्मा की तरह ही बेटे का नाम खास रखा है. हक्ष नाम का अर्थ सामान्य तौर पर आंख होता है, लेकिन इसे विजन भी कह सकते हैं. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हक्ष नाम के आराध्य भगवान शिव होते हैं. बता दें कि, भगवान शिव के नाम पर ही विराट कोहली ने बेटे का नाम अकाय रखा था, जबकि रोहित शर्मा ने अहान और जसप्रीत बुमराह ने अंगद रखा. ये तीनों ही नाम हिंदू पुराणों से आते हैं. वहीं, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अक्षर पटेल के ना खेलने की वजह को उनके बेटे से ही जोड़ा जा रहा है.