पटना: बिहार की राजनीति में एनडीए गठबंधन में सीएम फेस चल रही चर्चाओं पर विराम लगाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट कर दिया कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार और देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही एनडीए के निर्विवाद नेता हैं। अमित शाह ने कहा कि मैं सभी को यह बताना चाहता हूं कि दोनों जगह खाली नहीं हैं। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं और दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। इस बयान के साथ ही उन्होंने उन तमाम अटकलों को विराम दे दिया जिन्हें लेकर विपक्ष और कुछ राजनीतिक विश्लेषक एनडीए के भीतर नेतृत्व को लगातार सवाल उठा रहे थे।
गृह मंत्री ने महागठबंधन पर भी किया करारा प्रहार
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि लालू प्रसाद यादव की हमेशा यह इच्छा रही कि उनका बेटा तेजस्वी यादव एक बार बिहार का मुख्यमंत्री बने, वहीं सोनिया गांधी चाहती हैं कि उनका बेटा राहुल गांधी प्रधानमंत्री बने। शाह ने महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि इन दोनों की ख्वाहिशें बिहार और देश दोनों जगह पूरी नहीं होने वालीं। नेतृत्व के स्थान पहले से तय हैं और जनमानस का भरोसा एनडीए पर है। नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में बिहार ने विकास की नई ऊंचाइयां हासिल की हैं। उन्होंने याद दिलाया कि राज्य ने सड़क, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहा कि जनता का विश्वास विकास की राजनीति पर है, और नीतीश कुमार उस विश्वास के प्रतीक हैं. उन्होंने दावा किया कि एनडीए में गठबंधन पहले से ज्यादा मजबूत हैं और गठबंधन सरकार ने बिहार के सर्वांगीण विकास का विजन प्रस्तुत किया है।
सीएम फेस पर फैलाए जा रहे अफवाहों पर विराम
महागठबंधन की ओर से सीएम फेस घोषित होने के तुरंत बाद तेजस्वी ने भी यह सवाल उठाया कि एनडीए का सीएम फेस क्यों स्पष्ट नहीं किया जा रहा? विपक्ष की ओर से लगातार उठाए जा रहे सवाल के बीच अमित शाह के ‘नो वैकेंसी’ वाले बयान ने सीएम फेस को लेकर फैलाए जा रहे संशय को दूर कर दिया है। अमित शाह ने साफ कर दिया है कि हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ रहे हैं, इसे लेकर कोई कन्फूज़न एनडीए गठबंधन में नहीं है। उन्होंने बिहार कि जनता पर भरोसा जताते हुए कहा कि बिहार में विकास को समर्पित सरकार ही सत्ता में आएगी और एक बार फिर नीतीश के नेतृत्व में ही सरकार बनेगी।